उत्तराखण्ड
मध्य प्रदेश के अंतरराज्यीय चोर गिरोह का भंडाफोड़, उधमसिंहनगर पुलिस ने तीन चोरों को किया गिरफ्तार
ऊधमसिंहनगर: पुलिस ने एक बड़े अंतरराज्यीय चोर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है, जो बड़े कार शोरूम में चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे। यह गिरोह मध्य प्रदेश से संचालित होता था और पहले भी कई राज्यों में चोरी की वारदातें कर चुका है। इस बार इन्होंने काशीपुर के हुंडई कार शोरूम से लाखों रुपये की नकदी चुराई थी, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों से बरामद किया है।
हुंडई शोरूम चोरी की घटना
6 अक्टूबर 2024 की रात काशीपुर स्थित बिंदल हुंडई कार शोरूम से 5,93,500 रुपये की नकदी चोरी हो गई थी। पुलिस को यह सूचना आपातकालीन नंबर 112 के माध्यम से मिली थी, जिसके बाद मामला थाना आईटीआई में पंजीकृत किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए और विशेष पुलिस टीमों का गठन किया गया।
गिरोह का खुलासा और गिरफ्तारियां
जांच के दौरान पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच की और पता चला कि इस घटना में मध्य प्रदेश के एक अंतरराज्यीय गिरोह का हाथ है। ये शातिर चोर पहले भी देहरादून में कई शोरूम में चोरी कर चुके हैं। 12 अक्टूबर 2024 को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि ये चोर फिर से काशीपुर में किसी अन्य शोरूम में चोरी करने की योजना बना रहे हैं।
पुलिस ने महिंद्रा शोरूम के पीछे से तीन अभियुक्तों—मेवा लाल मोहिते, रवि जाधव, और गोविंद चौहान—को गिरफ्तार किया, जो वहां रैकी कर रहे थे। इनके कब्जे से हुंडई शोरूम से चोरी किए गए 3,79,000 रुपये, चोरी में प्रयुक्त औजार और अन्य सामान बरामद हुए।
अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास
मुख्य अभियुक्त मेवा लाल मोहिते का आपराधिक रिकॉर्ड काफी लंबा है। वह पहले भी देहरादून के पटेलनगर और नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्रों में चोरी के मामलों में संलिप्त पाया गया है।
बरामद सामान
गिरफ्तारी के दौरान अभियुक्तों से 3,79,000 रुपये नकद, चोरी में प्रयुक्त दो पेचकस, प्लास, हैक्सा ब्लेड, लोहे का आला नकब, ग्लाइंडर ब्लैड और अन्य औजार बरामद किए गए हैं।
पुलिस टीम की कार्रवाई
इस सफल कार्रवाई में थाना आईटीआई के प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कोश्यारी और उनकी टीम ने बेहतरीन कार्य किया। पुलिस टीम में उप-निरीक्षक दीवान सिंह बिष्ट, प्रकाश सिंह बिष्ट, अनिल उपाध्याय, नीरज शुक्ला, अनुज त्यागी, गिरीश विद्यार्थी और एसपीओ अमित सिजवाली शामिल थे।
अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जा रहा है, और पुलिस इनकी आपराधिक गतिविधियों की और भी गहराई से जांच कर रही है।