उत्तराखण्ड
रामनगर से अपहरण, हल्दुआ में घेराबंदी — कुछ घंटों में खुली अपहरण की साजिश, आठ लोग दबोचे गए
रामनगर से अपहरण, हल्दुआ में घेराबंदी — कुछ घंटों में खुली अपहरण की साजिश, आठ लोग दबोचे गए
रामनगर (नैनीताल)। हरियाणा निवासी एक व्यक्ति के अपहरण की सूचना पर गुरुवार को रामनगर में हड़कंप मच गया। देवी दयाल बिल्डिंग के पास से युवक को जबरन गाड़ी में डालकर ले जाने की खबर मिलते ही जिलेभर में नाकाबंदी कराई गई। पुलिस ने तेज़ घेराबंदी करते हुए कुछ ही घंटों में संदिग्ध XUV वाहन को हल्दुआ चेकपोस्ट पर रोक लिया। वाहन से अपहृत युवक राधा मोहन को सकुशल बरामद कर लिया गया, जबकि गाड़ी में मौजूद आठ लोग मौके पर ही हिरासत में लिए गए।
सूचना के अनुसार, कालर दीपक, निवासी दादरी (हरियाणा), जो इस समय रामनगर के आस्थान अपार्टमेंट में रह रहा है, ने डायल 112 पर सूचना दी थी कि कुछ अज्ञात लोग उसके भाई राधा मोहन का अपहरण कर ले गए हैं। सूचना मिलते ही जिले में चेकिंग अभियान और नाकाबंदी का आदेश जारी किया गया।
नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने हरियाणा नंबर की XUV (HR26FH9594) को हल्दुआ बैरियर पर रोका। गाड़ी से अपहृत युवक को सुरक्षित निकाला गया और आठ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया।
हिरासत में लिए गए आरोपी –
- महित पुत्र जोगेन्द्र निवासी गतवार भान कोसाम, भिवानी (हरियाणा)
- प्रियांशु पुत्र जोगेन्द्र निवासी विधयानगर कॉलोनी, भिवानी (हरियाणा)
- निखिल पुत्र वीरेन्द्र सिंह निवासी भिवानी (हरियाणा)
- साहिल पुत्र अनिल निवासी कैथल (हरियाणा)
- अनिल कुमार पुत्र बलवन्त सिंह निवासी बवल, भिवानी (हरियाणा)
- सोमवीर पुत्र मेघराज निवासी खावा, बहल (हरियाणा)
- रोबिन पुत्र संदीप निवासी मलपोप, चरखी दादरी (हरियाणा)
- गौरव पुत्र राकेश कुमार निवासी बाड़की, महेन्द्रनगर (हरियाणा)
सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और वाहन को सीज़ कर लिया गया है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी और पीड़ित के बीच पुराने लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा था।
रामनगर क्षेत्र में दिनदहाड़े अपहरण की इस वारदात ने यह सवाल जरूर खड़ा कर दिया है कि बाहरी राज्यों के गिरोह आखिर किस आत्मविश्वास से यहां तक पहुँच रहे हैं। जबकि दूसरी ओर पुलिस की त्वरित कार्रवाई से यह भी साफ है कि अपराधियों के लिए अब सुरक्षित भाग निकलना आसान नहीं रहा।
यह घटना इस बात का संकेत है कि छोटे शहरों तक अब संगठित अपराधियों की पहुँच बढ़ रही है, और हर ऐसी वारदात के पीछे कानून और व्यवस्था की गंभीर परीक्षा छिपी होती है।








