उत्तराखण्ड
BIG NEWS:कोसी में ‘डकैती’ डालने घुसे सिंडिकेट, सत्ता शीर्ष से मिली लूट की छूट?
रामनगर (नैनीताल) कोसी और दाबका नदियों को सिंडीकेट के हाथ में देने का एक बड़ा खेल चल रहा हैं, इस खेल के जरिए सत्ता की पावर में बैठे लोगों ने अपनी अवैध कमाई का बड़ा प्लान तैयार कर रखा है।चंद स्टोन क्रेशर मालिकों को नदी का एक बड़ा हिस्सा “डकैती” डालने को दे दिया है और अब इन स्टोन क्रेशर मालिकों ने “लूट लो कोसी” का स्लोगन चला दिया है।
सूत्रों के मुताबिक़ कोसी नदी के लोअर हिस्से में बीते दो – तीन दिन से मशीनों से अवैध खनन हो रहा है। वन निगम और वन विभाग के कर्मचारियों को जबरन वहां से हटाकर सिंडीकेट ने अपने आदमी तैनात कर दिए हैं। बताया जा रहा है प्रदेश की सत्ता शीर्ष से उनकी सेटिंग हो गई लिहाजा लोअर कोसी में अब सिंडीकेट ही खनिज निकासी कराएगा। बाजपुर और काशीपुर के जो भी स्टोन क्रेशर या ट्रांसपोर्टर लोअर कोसी उप खनिज निकासी लेगा उसे 5 रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से सिंडिकेट को चार्ज देना होगा।लोअर कोसी में लूट और डकैती का यह खेल प्रारंभ हो चुका है। वन विभाग और पुलिस की टीम यहाँ पर छापा नहीं मार सकती।उनको ऊपर से इशारा मिल गया है।
आपको बता दें कि लोअर कोसी एरिया में लूट की यह छूट सिंडिकेट को रात के लिए दी गई है इसलिए पूरी रात भर वहां प्रतिबंधित मशीनों से नदी खोद कर करीब एक करोड़ रुपये का उप खनिज हर रात निकाला जा रहा है।
सोशल मीडिया में खुद को धाकड़ धामी के नाम से प्रचारित करवाने वाले पुष्कर सिंह धामी “खनन प्रेमी” है,यह बात कांग्रेस नेता हरीश रावत पहले ही कह चुके है लेकिन जिस तरह मुख्यमंत्री बनते ही उन्होंने स्टोन क्रेशर मालिकों को जमीन खोदकर खनिज निकालने के लिए खनन के पट्टे जारी किये उससे कोसी और दाबका नदी में चुगान का काम प्रभावित हुआ है, सबसे ज्यादा चपत ट्रांसपोर्टरों को लगी है। स्टोन क्रेशर को अपनी मनमानी चलाने का मौका मिल गया।खनन के पट्टे की रॉयल्टी से ही बड़ा खेल कर गए। सरकार और खनन पट्टा धारक स्टोन क्रेशर मालिकों ने खनन सत्र में ट्रांसपोर्टरों का जमकर शोषण किया।
खबर है कि अब कथित धाकड़ आदमी से सेटिंग कर लोअर कोसी में खनिज पर सिंडिकेट ने अपना कब्ज़ा जमा लिया है। बताया जा रहा है कि अभिषेक अग्रवाल, समरपाल सहित कुछ अन्य अज्ञात है जिनके हाथ लोअर कोसी आ गई है।