उत्तराखण्ड
आपदा पीड़ितों को मुआवजे के लिए आसान नीति बनाने की प्रदेश अध्यक्ष से की मांग।
रामनगर।
भाजपा नेता गणेश रावत ने प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को ज्ञापन सौंपकर आपदा पीड़ितों को मुआवजा देने के लिए आसान नीति बनाने की मांग की है। उन्होंने मांग उठाई है कि हर प्रकार की श्रेणी की भूमियों पर काबिज लोगों के भवनों के बहने पर मुआवजा प्रदान किया जाय। जैसा केदारनाथ आपदा के वक्त किया गया था।
गौरतलब है कि उत्तराखण्ड में आई प्राकृतिक आपदा से कई जानें गई हैं और कई लोग बेघर हो गए हैं। रामनगर में भी कोसी नदी की बाढ़ से कई मकान बह गए हैं। राज्य सरकार द्वारा तुरंत प्रभाव से सभी को अहेतुक राशि के चेक बांटे जा रहे हैं।
श्री रावत ने प्रदेश अध्यक्ष को बताया कि लोगों के जीवन भर की पूंजी व अचल सम्पति बह गई है और आपदा ग्रस्त लोग असहाय हो गए हैं। जिनमें कई लोग ऐसे भी हैं, जो वर्ग एक क की राजस्व भूमि के अलावा वर्ग तीन, चार अथवा कच्चीलीज या अन्य तरह की भूमियों पर मकान बनाकर निवास कर रहे थे। उनके मकान बहने के बाद मुआवजे के प्रावधानों को आसान व मानवीय बनाया जाना जरूरी है। केदारनाथ आपदा के बाद ऐसे भूमि व भवनों को भी मुआवजे की श्रेणी में लाया गया था और प्रभावितों को राहत प्रदान की गई थी।
उन्होंने आपदा का शिकार सभी तरह की श्रेणियों के भवनों को मुआवजा दिलवाने हेतु सरकार को नीति नियम बनवाने हेतु उनके स्तर से हस्तक्षेप करने की मांग की।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री कौशिक ने इसे उपयोगी सुझाव मानते हुए सरकार से इसके लिए अनुशंसा करने का आश्वासन दिया