उत्तराखण्ड
बिजली कटौती के मुद्दे पर रणजीत रावत के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने घेरा बिजली दफ्तर।
रामनगर(नैनीताल) प्रदेश में बिजली व्यवस्था चरमरा गई है।पूरे प्रदेश में घंटों बिजली कटौती होने से लोग परेशान हैं।सरकार मांग ज्यादा उत्पादन कम होने का हवाला देकर बिजली व्यवस्था देने में अपनी नाकामी को छुपाने की कोशिश कर रही है लेकिन मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इस मुद्दे पर प्रदेश की बीजेपी सरकार को आड़े हाथ लिया हैं।
रामनगर में पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत के नेतृत्व में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने बिजली कटौती के मुद्दे पर बिजली दफ्तर का घेराव किया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रामनगर के विधायक और सरकार के खिलाफ “शर्म करो” के नारे भी लगाए।
पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने कहा कि सरकार बिजली बिलों से जनता से मुनाफा कमा रही हैं,जनता मुफ्त में बिजली नही ले रही बल्कि उसके पैसे दे रही हैं,उसे 24 घंटे बिजली मिलनी चाहिये। उन्होंने बिजली अधिकारियों से पूछा कि रामनगर का स्टेटस कम क्यों किया गया। रामनगर में लगातार की जा रही घंटों की बिजली कटौती से जनता बेहाल हैं लेकिन यहां के चुने हुए विधायक, सांसद और सरकार के कानों में जूँ तक नहीं रेंग रही।
श्री रावत ने कहा कि सरकार जब जनता से विद्युत बिलों के नाम पर मुनाफा वसूल रही है तो बिजली कमी को दूर करने के लिए ज्यादा बिजली क्यों नहीं खरीद रही हैं।
श्री रावत ने इस मौके पर मौजूदा विधायक और सांसद को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार दावा करती है कि उनके नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा हैं।इस पर श्री रावत ने सवाल किया कि जब देश आगे बढ़ रहा है तो रामनगर पीछे क्यों हैं। रामनगर का स्टेटस क्यों कम किया गया और क्यों यहां ज्यादा बिजली कटौती की जा रही हैं।चुने हुए विधायक और सांसद से यह सवाल जरूर पूछा जाना चाहिए।
कांग्रेस नेता रणजीत सिंह रावत ने बिजली अधिकारियों को चेतावनी दी कि वह बिजली व्यवस्था जल्द से जल्द सुधार लें अन्यथा उनके खिलाफ बड़ा जनांदोलन खड़ा हो जायेगा।
बिजली कटौती के खिलाफ कांग्रेस के इस प्रदर्शन में पालिका अध्यक्ष मोहम्मद अकरम, किशोरी लाल, महेंद्र प्रताप सिंह बिष्ट, ताईफ खान, जावेद खान, विनय पडलिया और नमित अग्रवाल सहित दर्जनों कांग्रेसी कार्यकर्ता शामिल थे।