उत्तराखण्ड
दीपिका नेगी केस: बंगाली डॉक्टर पर केस दर्ज, पैसे के दम पर कानूनी कार्रवाई से बचने की कोशिश नाकाम।
रामनगर (नैनीताल) दीपिका की मौत के मामले में पुलिस ने बंगाली डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर दी। डाॅक्टर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया।पीरूमदारा पुलिस चौकी इंचार्ज राजेश जोशी ने आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर उसे जेल भेजने की कार्रवाई पूरी कर ली हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक किसान इंटर कॉलेज रोड,पीरूमदारा में बंगाली क्लिनिक चलाने वाले झोला छाप डॉक्टर हरिशंकर सरकार पर धारा 304 के तहत गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। उक्त झोला छाप डॉक्टर आरोप है कि उसने दीपिका नेगी नाम की बालिका को गलत इंजेक्शन लगाया जिसके बाद दीपिका की मौत हो गई।
शाइनिंग स्टार स्कूल भगोतपुर तडीयाल में 8वीं कक्षा में पढ़ने वाली दीपिका नेगी पुत्री निर्मल सिंह नेगी को बीते दिवस पीलिया की शिकायत होने पर परिजन उसे बंगाली डॉक्टर हरिशंकर सरकार के पास ले गए थे। आरोप है कि बंगाली डॉक्टर ने दीपिका को इंजेक्शन लगाने के बाद घर भेज दिया और फिर उसके बाद दीपिका की तबीयत और ज्यादा बिगड़ने लग गयी। जब उसकी हालत नाजुक होने लगी तो परिजन उसे काशीपुर इलाज के लिए रवाना हो गए। रास्ते में हल्दुआ के पास दीपिका ने दम तोड़ दिया। मृतका दीपिका के चाचा सोहन सिंह नेगी ने मामले की सूचना पुलिस को दी।आरोप है कि गलत इंजेक्शन लगाने से दीपिका की मौत हुई है। इस मामले की तहरीर मिलने के बाद कोतवाली में बंगाली डॉक्टर हरिशंकर सरकार के खिलाफ धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।
रविवार को इसी मामले में तहसीलदार और कोविड के नोडल अधिकारी डाॅक्टर प्रशांत कौशिक ने हरिशंकर सरकार की क्लीनिक में जाकर छापा मारा। टीम को वहां अंग्रेजी दवाइयां और इंजेक्शन बरामद हुए। छापे के दौरान पाया गया कि मरीजों को अंग्रेज़ी दवाइयां देने या इंजेक्शन लगाने का हरिशंकर सरकार को कोई अधिकार नहीं है बावजूद वह गैरकानूनी तरीके से लंबे समय से क्लीनिक चला रहा था। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीम ने फ़िलहाल उसके क्लिनिक को सील कर दिया है।
बताया जाता है कि बंगाली क्लिनिक चलाने वाले हरिशंकर सरकार ने अपने इस धंधे से करोड़ों की संपत्ति जोड़ ली है। दीपिका की मौत के बाद अपने आपको कानूनी कार्रवाई से बचाने के लिए वह धनबल से मामले को रफा दफा कराने की कोशिश में था लेकिन फिलहाल अभी उसका यह प्रयास असफल साबित हुआ। पुलिस ने उसे हिरासत में लेने के बाद परिजनों की तहरीर मिलने के बाद उस पर केस दर्ज किया है।पीरूमदारा पुलिस चौकी के इंचार्ज राजेश जोशी उसे मजिस्ट्रेट के सामने पेश करें