उत्तराखण्ड
दरोगा की मौत के मामले में पति सहित तीन लोगों पर केस दर्ज।
रामनगर (नैनीताल) महिला दरोगा के आत्महत्या के मामले में पुलिस ने उसके पति सहित तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक अतिo भूमि संरक्षण वन प्रभाग रामनगर के मनीला में तैनात ललिता रत्नागर ने बीती 31 जुलाई को जोगीपुरा स्थित अपने घर में जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी।इस मामले में मृतका के पति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू होने जा रही हैं। पुलिस ने मृतका के पति मुकेश रत्नागर के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया हैं। काशीपुर निवासी मृतका के भाई रवींद्र सिंह ढींगरा ने अपने जीजा के खिलाफ यह मुकदमा दर्ज कराया हैं।
पुलिस को दी तहरीर में मृतका के भाई रवींद्र सिंह ढींगरा ने आरोप लगाया कि वन दरोगा ललिता का उसका पति मुकेश मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न करता था जिसकी वजह से उसने आत्महत्या की।
पुलिस को दी तहरीर में रवींद्र ने आरोप लगाया कि मुकेश का किरण नाम की एक महिला के साथ अफेयर था, वह ललिता को रास्ते से हटाकर किरन से शादी रचाना चाहता था। इसलिए मुकेश उसकी बहन ललिता को प्रताड़ित करता रहता था।
बताया जाता है कि 14 जून को महिला वन दरोगा ललिता ने अपने पति मुकेश के खिलाफ कोतवाली में मारपीट और गाली गलौज करने की शिकायत दर्ज कराई थी जिस पर मुकेश ने समझौता करते हुए गलती नहीं करनी की बात कही थी।आरोप है कि उसके बाद से वह फिर से ललिता को प्रताड़ित करने लग गया। इससे तंग आकर ललिता ने 31 जुलाई को जहर खाकर आत्महत्या कर ली।
मृतका के भाई ने इस मामले में ललिता के पति मुकेश रत्नागर, मुकेश के जीजा सुनील राही और किरन के खिलाफ तहरीर दी हैं।
तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकेश रत्नागर, सुनील राही और किरन के खिलाफ महिला वन दरोगा ललिता के साथ मारपीट और गाली गलौज करने तथा आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं।
इस मामले में मृतका के भाई ने प्रभागीय वन अधिकारी को भी एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने अपनी बहन के सेवा काल की अवशेष धनराशि को उसके पति को ना देने की मांग की गई हैं।साथ ही केस का निपटारा होने तक उसकी जगह किसी को भी मृतक आश्रित पद पर नियुक्ति न देने की मांग की गयी हैं।