उत्तराखण्ड
पहले हमले में मरा नहीं तो दोबारा हमला करने आ रहे थे बदमाश, पुलिस ने दबोच लिया, पिस्टल तमंचा और कारतूस बरामद।
रामनगर(नैनीताल) एक व्यक्ति की हत्या का प्रयास करने के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। चार दिन पूर्व जसबिंदर सिंह देओल नाम के व्यक्ति पर हमला किया गया था।हमलावरों ने उस पर गोलियां चलाई थी। इस हमले के पीछे फेसबुक के जरिए एक महिला से हुई दोस्ती वजह बनी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बीती 3 मई को रात 8 बजे ग्राम टांडा के पास लच्छमपुर बनिया में अपने घर को जा रहे जसबिंदर सिंह ग्राम नारायणपुर मूल्या निवासी को पीछे से आये बाइक सवार दो बदमाशों ने फायर कर दिए। इस हमले में जसबिंदर बुरी तरह घायल हो गया। हमलावर जसबिंदर को मरा समझकर तुरंत मौके से फरार हो गए। इस मामले में जसबिंदर के पुत्र राजदीप की ओर से अज्ञात हमलावरों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी गयी। पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 150/2022 धारा 307/34 तहत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी।
पुलिस ने इस मामले का चार दिन बाद खुलासा करते हुए हमलावर दो बदमाशों की गिरफ्तारी का दावा किया हैं। पुलिस के मुताबिक हमलावरों को जब पता चला कि जसविंदर सिंह मरा नही,जिंदा हैं तो हमलावर पुनः उस पर हमला करने के लिए उसके घर की ओर आ रहे तभी पुलिस बल ने उन्हें पकड़ लिया। पुलिस के मुताबिक हाथीडंगर वन विभाग बैरियर से 400 मीटर आगे मालधनचौड़ / काशीपुर जाने वाले रास्ते पर इनको पकड़ा है।पकड़े गए एक हमलावर का नाम मनविंदर सिंह पुत्र जरनैल सिंह हैं जो रेहम जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश का रहने वाला हैं।वह हाल में काशीपुर के संजीवनी हॉस्पिटल में नौकरी करता था।दूसरे हमलावर का नाम गौरव कश्यप पुत्र चंद्रपाल सिंह कश्यप हैं जो कल्याणपुर थाना भगतपुर जिला मुरादाबाद उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। वर्तमान में वह एस आर एल लैब में काम करता था।इन दोनों हमलावरों के कब्जे से हत्या के प्रयास में इस्तेमाल पिस्टल, तमंचा के साथ कारतूस और सुजुकी बाइक बरामद हुई हैं।
पुलिस के मुताबिक पूछताछ के दौरान अभियुक्त मनविन्दर सिंह ने बताया कि “बीते 3 साल पहले सोशल मीडिया साइट फेसबुक के माध्यम से मेरी जान-पहचान राजदीप सिंह के परिवार की किसी महिला से हो गयी थी,दोनों क्षण आपस में फेसबुक चैटिंग के बाद मिलना-जुलना हो गया था । जो राजदीप सिंह को पसन्द नहीं था।इस पर कोतवाली काशीपुर में हमारी काउंसलिंग भी हुयी थी। राजदीप के पिता जसविन्दर सिंह तथा राजदीप सिंह व पंचायत के अन्य सदस्यों द्वारा बड़ा गुरूद्वारा काशीपुर में मुझे बुलाया गया । मैने उन सभी से मांफी मांगी लेकिन जसविन्दर सिंह ने मुझे गाली-गलौच करते हुये बहुत भला-बुरा कहा।और कहा कि आज के बाद मेरे परिवार की किसी महिला से मिला तो तेरी बहनों को रखैल बना दूंगा और पंजाब से सूटर बुलाकर तुझे से जान खत्म करवा दूगां। जसविन्दर सिंह की यह बात मुझे चुभ गयी।जब भी जसविन्दर सिंह की बात मुझे याद आती थी मेरा मन करता था कि मैं जसविन्दर सिंह को जान से खत्म कर दूं।इसी बीच मेरी दोस्ती गौरव कश्यप पुत्र चन्द्रपाल सिंह नि0 कल्याणपुर थाना भगतपुर जिला मुरादाबाद उत्तर प्रदेश हॉल एस.आर.एल. लैब काशीपुर उधम सिंह नगर के साथ हो गयी।बातो-बातों में गौरव कश्यप को मैने सारी आपबीती बतायी।गौरव कश्यप पहले ठाकुरद्वारा जनपद मुरादाबाद में मर्डर केस में जेल जा चुका है। गौरव ने कहा कि जब कभी मौका मिला तो जसविन्दर सिंह को जान से खत्म कर देगें । दिनांक 2/5/2022 को समय करीब 7 बजे सायं गौरव मुझे मिला,हम दोनों ने जसविन्दर सिंह को जान से मारने की योजना बनाई।योजनाबद्ध तरीके से सबसे पहले हमने एक पिस्टल 32 बोर तथा एक तमंचा 12 बोर का इंतजाम किया,उसके बाद संजीवनी अस्पताल काशीपुर के बाहर खड़ी सफेद रंग की सुजुकी बाइक चुरा ली। योजनाबद्ध तरीके से चुराई हुई बाइक हमने रेलवे ट्रैक के पास छिपा दी।फिर दिनांक 3/5/2022 को ईद का दिन होने के कारण हमने सोचा कि आज हम जसविन्दर को मारेंगे तो पकड़े नहीं जायेगें,क्योंकि पुलिस वाले ईद ड्यूटी में व्यस्त होगें।इस तरह समय करीब 8 बजे रात्रि मैं और मेरा दोस्त गौरव कश्यप संजीवनी अस्पताल के बाहर से चुराई हुई बाइक में बैठकर काशीपुर से टांडा रामनगर आये।बाइक मैं चला रहा था जबकि गौरव कश्यप मेरे पीछे बैठा था। मेरे पास पिस्टल 32 बोर तथा गौरव के पास देशी तमंचा 12 बोर मौजूद था। समय करीब 9:30 बजे रात्रि के बीच लछ्मीपुर बनिया आम के बाग के पास जसविन्दर सिंह अपनी बाइक में सवार होकर अपने घर की तरफ जा रहा था, हमने अपनी बाइक से जसविन्दर सिंह का पीछा किया।जैसे ही जसविन्दर सिंह से करीब एक-दो मीटर पीछे पहुंचे तो मैने पिस्टल निकालकर जसविन्दर सिंह को जान से मारने की नियत से फायर किया।गोली चली पर गोली जसविन्दर सिंह को छू-कर निकल गयी उसे गोली नहीं लगी।जब मेरे द्वारा किया हुआ फायर जसविन्दर सिंह को नहीं लगा तो मेरे पीछे सीट पर बैठे मेरे दोस्त गौरव कश्यप ने जसविन्दर सिंह पर देशी तमंचे से फायर किया।जो जसविन्दर सिंह को लग गया।वह बाइक सहित सड़क पर गिर गया।हम दोनों जसविन्दर सिंह को मरा समझ कर वहां से भाग गये।हमें पता चला कि जसविन्दर सिंह अभी जिन्दा है मरा नहीं है तो हम दोनों जसविन्दर सिंह को जान से मारने की नियत से रामनगर आ रहें थे आप लोगों ने हमें पकड़ लिया”।
पुलिस ने मनविन्दर के कब्जे से एक पिस्टल 32 बोर और चार जिंदा कारतूस बरामद करने का दावा किया हैं।गौरव कश्यप के कब्जे से एक देशी तमंचा 12 बोर और कारतूस का एक खोखा बरामद किया हैं।पुलिस के मुताबिक गौरव कश्यप के विरूद्ध थाना ठाकुरद्वारा जनपद मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश में FIR NO 364/2019 U/S 302/397 IPC पंजीकृत है।
हत्या के प्रयास के इस मामले की विवेचना पीरूमदारा चौकी इंचार्ज राजेश जोशी को सौंपी गई हैं।
हमलावर अभियुक्तों को पकड़ने वाली पुलिस टीम में कोतवाल अरूण कुमार सैनी,वरिष्ठ उप निरीक्षक प्रेम विश्वकर्मा,पीरूमदारा चौकी इंचार्ज राजेश जोशी
हेड कांस्टेबल नन्दन सिंह नेगी,कांस्टेबल परमजीत सिंह,राजेश सिंह,जगवीर सिंह,नीरज पाल,राजाराम शामिल हैं।
हत्या के प्रयास के इस मामले का तत्काल खुलासा होने पर एसएसपी पंकज भट्ट ने पुलिस की पीठ थपथपाई हैं।पुलिस टीम का उत्साह वर्धन करने के लिए उन्होंने 5000/- रूपये नकद पुरस्कार की घोषणा की हैं।