उत्तराखण्ड
सरकारी ठेकों पर मदिरा प्रेमियों की जेब पर डाका, अब हुई कार्रवाई
उत्तराखंड में सरकारी शराब ठेकों पर मदिरा प्रेमियों से हो रही खुली लूट का सिलसिला लंबे समय से जारी था, लेकिन आखिरकार सरकार की नींद टूटी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त निर्देशों पर प्रशासन और आबकारी विभाग ने मंगलवार को पूरे प्रदेश में 100 से अधिक शराब की दुकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की।
प्रदेशभर में औचक चले इस अभियान ने शराब ठेकेदारों की नींद उड़ा दी है। लंबे समय से मिल रही ओवररेटिंग और शराब की तस्करी की शिकायतों पर आखिरकार सरकार ने कुछ कड़ा रुख अपनाया। पिथौरागढ़ से लेकर हरिद्वार तक, और टिहरी से लेकर ऊधम सिंह नगर तक, सभी जिलों में प्रशासन और आबकारी विभाग की टीमों ने शराब ठेकों पर धावा बोला।
छापेमारी के दौरान कई दुकानों पर ओवररेटिंग की शिकायतें सही पाई गईं। स्टॉक और बिक्री रजिस्टर में गड़बड़ी सामने आई, जिससे यह साबित होता है कि सरकारी ठेकों पर मदिरा प्रेमियों को ठगने का खेल लंबे समय से चल रहा था। मुख्यमंत्री धामी के निर्देश हैं कि ऐसे ठेकों को तुरंत सीज किया जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या यह कार्रवाई एक बार की औपचारिकता थी, या फिर यह मुहिम अब नियमित रूप से चलती रहेगी? जनता की मांग है कि इस तरह की कार्रवाई को सिर्फ एक दिन का तमाशा न बनाया जाए, बल्कि इसे नियमित अभियान में तब्दील किया जाए, ताकि मदिरा प्रेमियों को उनके पैसे का सही मूल्य मिल सके और ठेकेदारों की लूट पर लगाम लग सके।