उत्तराखण्ड
कोतवाल का हो गया ईगो हर्ट,प्रदर्शनकारियों पर मुकदमे कर दिए फटाफट!
रामनगर (नैनीताल) कोतवाल अरुण सैनी ने तीन दर्जन से ज्यादा प्रदर्शनकारियों के ऊपर मुकदमे दर्ज कर दिये। इन प्रदर्शनकारियों की गुस्ताखी यह थी कि इन्होंने कोतवाली के गेट के सामने धरने पर बैठकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों को लीड कर रहे समाजिक कार्यकर्ता प्रभात ध्यानी और मनमोहन अग्रवाल सहित 12 लोगों को नामजद किया गया।
आपको बता दें कि 12 जुलाई को सड़क दुर्घटना में घायल आम डंडा निवासी सुरेश की मौत के बाद कल शाम कोतवाली के बाहर मृतक के परिजनों और गांववालों ने प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन में ज्येष्ठ उप प्रमुख संजय नेगी, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के महासचिव प्रभात ध्यानी, पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष मनमोहन अग्रवाल और पूर्व छात्र संघ सचिव कमल फुलारा भी उनके समर्थन में शामिल रहे।
बताया जा रहा है कि 12 जुलाई की रात हुई दुर्घटना के मामले में पुलिस कोतवाली में मौजूद पुलिसकर्मियों ने लापरवाही बरती।आरोपी डंपर चालक और डम्पर मौके पर छोड़ दिया। जिसको लेकर मृतक के परिजन और ग्रामीण पुलिस की इस कार्यशैली से आक्रोशित थे।
प्रदर्शनकारी कोतवाल अरुण सैनी से उस रात ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की चाह रहे थे।
प्रदर्शनकारियों से वार्ता के दौरान कोतवाल अरुण सैनी और प्रभात ध्यानी के बीच बहस बाजी हो गई।
आज इस मामले में कोतवाली पुलिस ने कोतवाली के गेट पर जाम लगाकर मार्ग अवरुद्ध करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शनकारियों के खिलाफ की धाराओं में मुकदमे दर्ज किए हैं।
FIR NO 279/22 धारा 147/149/341/353 के तहत यह मुकदमें दर्ज किए हैं। कोतवाल अरुण सैनी ने खुद अपनी ओर से यह मुकदमा दर्ज कराया।
जिन लोगों को नामजद किया गया है उनमें प्रभात ध्यानी,मनमोहन अग्रवाल,चिन्ताराम,केशव कुकरेती,हेमा टम्टा,गोपाल बिष्ट,शंकर आर्या,भुवन आर्या,कमल फुलारा, प्रकाश आर्या, हीरा लाल,हीरा लाल आर्या के नाम शामिल हैं। इसके अलावा 15-20 अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया हैं।
कोतवाल अरुण सैनी की ओर से इन पर आरोप लगाया गया है इन्होंने एक राय़ होकर जबरन थाना गेट अवरूद्ध किया और भय का वातावरण बनाकर थाने के कार्य सम्पादन में बाधा उत्पन्न डाली।