उत्तराखण्ड
तितली स्ट्रोक तैराक वंदिता बनी दुल्हन,सात फेरे लेने गुजरात से रामनगर पहुंची।
रामनगर (नैनीताल)2017 में अंग्रेजी चैनल तैरने वाली गुजरात राज्य की पहली महिला बनीं वंदिता धरियल अपने जीवन साथी के साथ सात फेरे लेने उत्तराखंड राज्य के कुमाऊं में पहुंची हैं।तैराकी में देश का नाम ऊँचा करने वाली इस तितली स्ट्रोक तैराक की आज रामनगर में शादी हो रही हैं।
वंदिता ने 2009 विश्व एक्वेटिक्स चैंपियनशिप में विभिन्न तैराकी प्रतियोगिताओं में भाग लिया था और साथ ही 2009 के एशियाई इंडोर खेलों में शॉर्ट कोर्स तैराकी में भी भाग लिया था ।उन्होंने 2010 के दक्षिण एशियाई खेलों में 100 मीटर बटरफ्लाई तैराकी में रजत पदक जीता था ।
2017 में वह अंग्रेजी चैनल तैरने वाली गुजरात राज्य की पहली महिला बनी।
वंदिता और उसके परिवार के लिए आज खुशी का दिन है।वंदिता की शादी के लिए परिवार के सभी सदस्य, रिश्तेदार और मित्र रामनगर में पहुंचे हैं।योगेश धारियाल की बेटी वंदिता की आज कुमाउँनी रीति रिवाज से आज ढिकुली में शादी हो रही है। दुल्हन बनी वंदिता ने 3 साल की उम्र से तैरना शुरू किया और 2017 में इंग्लिश चैनल को पार कर ही दम लिया। हालांकि वंदिता अहमदाबाद में ही पली बढ़ी।लेकिन वंदिता को कुमाऊं से बहुत लगाव है। इसलिए उन्होने अपनी शादी कुमाऊं में ही करनी तय की। वंदिता को इस पर भी गर्व है कि कभी उन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर पुरष्कृत करने वाले नरेंद्र मोदी आज देश के प्रधानमंत्री हैं।
वंदिता के पिता अहमदाबाद में एक केमिकल फैक्टरी चलाते हैं। वंदिता के पिता की यदि माने तो उनके पिताजी को पढ़ने का बहुत शौक था। इसलिए वह उच्च शिक्षा के लिए विदेश गए। उसके बाद वह गुजरात मे ही आकर बस गए। लेकिन अपनी धरती से लगातार उनका मोह बना रहा। पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग के पास उनका गांव है। जहां उनका आना जाना लगा रहता है। पिताजी के समय से ही उन्हें व उनके बच्चों को अपनी जड़ो से लगाव रहा
वंदिता को गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों सम्मान भी मिल चुका है। वन्दिता को खुशी है कि उनकी शादी कुमाउनी लड़के से हो रही है। जिससे आगे भी उनकी जड़े अपनी जमीन से जुड़ी रहेंगी।