उत्तराखण्ड
मालधन स्वास्थ्य केंद्र की हालत बद से बदतर, अस्पताल के गेट के सामने बैठकर उपवास करेंगी महिलाएं
रामनगर।मालधन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मानकों के अनुरूप चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति, एक्स रे, अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी लैब, आदि की सुविधाओं को लेकर आगामी 8 फरवरी, बृहस्पतिवार को प्रस्तावित सामूहिक उपवास कार्यक्रम की तैयारी के लिए महिला एकता मंच द्वारा मालधन नंबर 2 में एक बैठक आयोजित की गई। मालधन क्षेत्र की 40 हजार से भी अधिक की आबादी के इलाज के लिए एकमात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ही है जिसकी हालत बद से बदतर बनी हुई है।
महिला एकता मंच द्वारा पिछले 6 महीने से अस्पताल में मूलभूत चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जनता आवाज उठा रही है परंतु सरकार कुंभकरणी नींद सो रही है इसलिए मजबूर होकर हमें 8 फरवरी को अस्पताल गेट के सामने सामूहिक उपवास का निर्णय लेना पड़ा है।
बैठक में भगवती ने कहा कि जब भी हम ग्रामीण अस्पताल में मूलभूत सुविधाओं के लिए आवाज उठाते है तो हमारी आवाज को शांत करने के लिए सरकार एवं प्रशासन द्वारा हमे अस्पताल में सुविधाओ को लेकर झूठा आश्वासन दिया जाता है। चुनावों के समय जनता से बड़े-बड़े वायदे करने वाले नेता व मंत्री जनता की स्वास्थ्य से जुड़ी इस मूलभूत समस्याओं पर कोई गौर करने के लिए तैयार नहीं है।
गीता आर्या ने कहा कि मालधन के अस्पताल में मरीजों के लिए प्रसव ऑपरेशन व इमरजेंसी फिजीशियन व मानकों के आधार पर सुविधाए नहीं है। मालधन क्षेत्र की जनता द्वारा मुख्यमंत्री पोर्टल पर 40 से अधिक शिकायतें अस्पताल को लेकर दर्ज की जा चुकी है परंतु मुख्यमंत्री पोर्टल भी मालधन अस्पताल में मूलभूत सुविधाओं उपलब्ध कराने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री या तो जनता की आवाज सुने अन्यथा अपना पोर्टल बंद कर दें।
बैठक में भगवती देवी, गीता आर्या, भावना देवी, सरस्वती जोशी, सुरज सिंह मुनीष कुमार आदि द्वारा प्रतिभाग किया गया।