उत्तराखण्ड
मुसीबत भरी बारिशः भूस्खलन के चलते नैनीताल, बदरीनाथ समेत कई मार्ग हुए बंद, नदी-नाले उफान पर
नैनीताल/देहरादून। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। भारी बारिश के बीच नैनीताल में राजभवन रोड में भूस्खलन हो गया। इसके अलावा अल्मोड़ा-भवाली व बदरीनाथ हाइवे में मलवा आ गया। जिसके चलते यह रास्ते बंद हो गए हैं। प्रदेश में हो रही भारी बारिश के चलते कई इलाकों में भूस्खलन का समाचार मिला है।
भारी बारिश के बीच नैनीताल की वीवीआईपी कही जाने वाली राजभवन रोड में भूस्खलन हो गया। मल्लीताल मस्जिद से राजभवन को जोड़ने वाली सड़क डी.एस.बी.कैंपस के समीप भूस्खलन की चपेट में आ गयी। इस सड़क का लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने निरीक्षण किया और वहां सुरक्षा के लिए एक पत्थर की दीवार लगा दी। साथ ही मार्ग में आवाजाही बंद कर दी गई है। बता दें कि इस मार्ग से शेरवुड कॉलेज, ऑल सेंटस कॉलेज, सैंट जोसफ कॉलेज और सैंट मैरिज कॉलेज के अलावा लांग व्यू पब्लिक स्कूल व अन्य कॉलेजों को जाया जाता है। इसके बंद होने से लोगों के साथ ही बच्चों को भी खासी परेशानी हो रही है।
इसके अलावा धारी से पुखराड़ को जाने वाला मार्ग पुखराड़ के पास मलबा आने के कारण बाधित हो गया है। मार्ग सुचारू किये जाने के प्रयास किया जा रहा है। उधर अल्मोड़ा-भवाली मार्ग और धारी से पुखराड़ को जाने वाला मार्ग मलबा आने के कारण बंद हो गया। खैरना गरमपानी में भौरिया बैंड के पास मलबा आने के कारण अल्मोड़ा-भवाली का मार्ग बंद हो गया है। खैरना पुलिस (नैनीताल पुलिस) मौके पर है। मार्ग खोलने हेतु जेसीबी मंगाई गई है।
वहीं बारिश के बीच बदरीनाथ हाइवे में भी चट्टान खिसक गई। यहां बाजपुर के पास एक वाहन में चट्टान से पत्थर गिर गया। वाहन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। वाहन में सवार शिक्षिका गंभीर रूप से घायल हो गई। आनन-फानन में घायल शिक्षिका को अस्पताल पहुंचाया गया। घायल को जिला अस्पताल गोपेश्वर पहुंचाया गया, जहां पर उनका प्राथमिक उपचार चल रहा है। थानाध्यक्ष चमोली कुलदीप रावत के अनुसार बाजपुर के पास लगातार हो रही बारिश से चट्टान से पत्थर छिटक रहे हैं। लगातार पत्थर गिरने से बड़े हादसे भी हो सकते हैं। उन्होंने लोगों से अलर्ट रहने की अपील की है। इसके साथ ही पहाड़ों पर इस मौसम में यात्रा से बचने की थी अपील की है। लोगों से अपील भी की जा रही है और दोनों तरफ पुलिस के जवान भी तैनात किए गए हैं। इसके बावजूद भी लोगों को सुरक्षित सफर के लिए अलर्ट किया जा रहा है।