उत्तराखण्ड
नैनीताल एसएसपी ने नकली नोट गिरोह का पर्दाफाश किया, 8 गिरफ्तार
नैनीताल जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा के नेतृत्व में चलाए जा रहे संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग अभियान के अंतर्गत, लालकुआं पुलिस ने नकली नोटों के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में अब तक कुल 8 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनके कब्जे से 500-500 रुपये के नकली नोट, कुल 3,46,500 रुपये बरामद किए गए हैं। पुलिस की सक्रियता और सूझबूझ ने इस संगठित अपराध का खुलासा कर इसे रोकने में अहम भूमिका निभाई।
शिवम वर्मा से मिली लीड से बड़ा खुलासा
इस जांच का केंद्र अभियुक्त शिवम वर्मा रहा, जिसके बैंक खाते में संदिग्ध ट्रांजेक्शन होने की जानकारी बैंक मैनेजर द्वारा पुलिस को दी गई थी। पुलिस की शुरुआती जांच में शिवम के यूपी और राजस्थान के आपराधिक नेटवर्क से जुड़े होने के सबूत मिले। शिवम वर्मा ने ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म के जरिए अपने खाते में अवैध पैसे जमा करवाए थे।
ऑनलाइन गेमिंग और क्रिप्टो करेंसी का जाल
जांच में खुलासा हुआ कि शिवम वर्मा और उसके साथियों ने ऑनलाइन गेमिंग एप्स, बाइनेंस एप और 99 ECH टेलीग्राम ग्रुप का उपयोग करके अवैध रूप से पैसा कमाया। अभियुक्तों ने अपने असली नाम-पते छुपाकर लोगों से जीएसटी खातों का विवरण लेकर कमीशन पर पैसे प्राप्त किए। ये पैसा बाद में क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट किया जाता था।
तीन और गिरफ्तारियां
शिवम वर्मा के बैंक खाते की जांच में यह भी पाया गया कि रिहान, शाकिर खान और संदीप पंवार ने अपने नाम छुपाकर ऑनलाइन गेमिंग एप्स के जरिए अवैध ट्रांजेक्शन किए थे। इन तीनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, और उन पर धारा 35(3) BNSS के तहत कार्यवाही की जा रही है।
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान इस प्रकार है:
1. रिहान पुत्र साबिर, निवासी रम्पुरा माफी, थाना भोजीपुरा, जिला बरेली, उ.प्र.
2. शाकिर खान पुत्र साबिर, निवासी रम्पुरा माफी, थाना भोजीपुरा, जिला बरेली, उ.प्र.
3. संदीप पंवार पुत्र स्वर्गीय हरदेव पंवार, निवासी एफसीआई गोदाम के पीछे, चन्देरिया, थाना चित्तौड़गढ़, राजस्थान।
आगे की जांच जारी
इस मामले में और भी लोगों की संलिप्तता का पता लगाने के लिए पुलिस गहनता से जांच कर रही है। एसपी सिटी प्रकाश चंद्र और क्षेत्राधिकारी नितिन लोहनी के पर्यवेक्षण में यह अभियान चलाया जा रहा है।