उत्तराखण्ड
अब उत्तराखंड में कोचिंग सेंटरों की जांच के लिए चलेगा प्रदेश व्यापी अभियान
मुख्यमंत्री ने दिए कोचिंग सेंटर्स की सघन जांच के निर्देश
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में संचालित कोचिंग सेंटर्स की सघनता से जांच के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कोचिंग सेंटर्स में छात्रों और अध्यापकों के लिए की गई व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण करने को कहा है। इसके लिए प्रदेश व्यापी अभियान चलाने के भी निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कोचिंग सेंटर्स में पार्किंग व्यवस्था और आसपास के यातायात की सुगमता पर भी ध्यान देने की बात कही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भारी वर्षा के दृष्टिगत जलभराव की संभावना रहती है। ऐसे में किसी भी आपदा के त्वरित निराकरण हेतु कोचिंग सेंटर्स और उनके बेसमेंट में संचालित मानवीय गतिविधियों की तत्परता से जांच की जाए ताकि जान-माल की हानि से बचा जा सके।
मुख्यमंत्री के निर्देशों के तहत, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सभी जिलाधिकारियों को कोचिंग सेंटर्स और उनके बेसमेंट की जाँच के निर्देश दिए हैं। मानसून के दौरान अतिवृष्टि के कारण किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए इन भवनों की जांच भवन उप-नियमों और सुरक्षा मानकों के तहत प्राथमिकता से की जानी चाहिए।
मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ तत्काल बैठक कर निरीक्षण हेतु एक समिति का गठन किया जाए। इस समिति के माध्यम से सभी कोचिंग सेंटर्स की जांच कराई जाए और कमियों का निराकरण सुनिश्चित किया जाए। जिन भवनों में कमियों का निराकरण संभव नहीं है, वहां मानसून अवधि तक गतिविधियों पर रोक लगाई जाए।
इसके अलावा, मुख्य सचिव ने अग्नि सुरक्षा मानकों, अग्नि शमन यंत्र, अलार्म, निकासी मार्ग और विद्युत प्रणाली की जांच के भी निर्देश दिए हैं। भवन निर्माण के लिए आवश्यक मानकों की पूर्ति की भी जांच की जाए ताकि किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके।
मुख्यमंत्री ने इस संबंध में की गई कार्यवाही की रिपोर्ट 15 दिनों के भीतर शासन को प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए हैं।