उत्तराखण्ड
भीमताल में दर्दनाक हादसा: मूसाताल में डूबने से वायुसेना के दो जवानों की मौत, छुट्टियां मनाने आए थे उत्तराखंड
भीमताल में दर्दनाक हादसा: मूसाताल में डूबने से वायुसेना के दो जवानों की मौत, छुट्टियां मनाने आए थे उत्तराखंड
भीमताल (नैनीताल)।
उत्तराखंड के नैनीताल जिले के भीमताल क्षेत्र में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। मूसाताल में नहाने के दौरान भारतीय वायुसेना के दो जवानों की डूबने से मौत हो गई। हादसे के वक्त वे अपने दोस्तों के साथ छुट्टियां मनाने भीमताल और नैनीताल घूमने आए थे।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतकों की पहचान प्रिंस यादव और साहिल के रूप में हुई है। दोनों भारतीय वायुसेना में कार्यरत थे और पंजाब के पठानकोट से अपने दोस्तों के साथ उत्तराखंड घूमने आए थे। उनके ग्रुप में कुल आठ लोग थे – चार युवक और चार युवतियां। मंगलवार को सभी लोग भीमताल से घूमते हुए मूसाताल पहुंचे थे।
पुलिस के मुताबिक, तालाब के किनारे घूमते हुए प्रिंस और साहिल ने नहाने के लिए पानी में उतरने का फैसला किया, लेकिन कुछ ही देर में दोनों गहरे पानी में फंस गए और डूबने लगे। उनके दोस्तों ने शोर मचाया, लेकिन कोई उन्हें बचा नहीं सका।
सूचना मिलते ही भावली के सीओ प्रमोद साह और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों की मदद से शवों को तालाब से बाहर निकाला गया। पुलिस ने पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी है।
सुरक्षा के बावजूद लापरवाही
पुलिस ने बताया कि मूसाताल जैसे संवेदनशील इलाकों में चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं और नहाने की मनाही है, लेकिन इसके बावजूद पर्यटक लापरवाही बरतते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं।
सीओ प्रमोद साह ने कहा, “हम लगातार लोगों को आगाह कर रहे हैं, लेकिन जब लोग नियम तोड़ते हैं तो ऐसे दुर्भाग्यपूर्ण हादसे होते हैं।”
छुट्टियां मातम में बदलीं
जो ट्रिप दोस्तों के साथ यादगार बनने वाली थी, वो अचानक मातम में तब्दील हो गई। घटना के बाद मृतकों के साथ आए बाकी दोस्त सदमे में हैं और उनके परिजनों को सूचित कर दिया गया है।
सवाल खड़े करता है ये हादसा
यह घटना एक बार फिर उत्तराखंड में पर्यटक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था और जागरूकता की कमी पर सवाल खड़े करती है। क्या केवल चेतावनी बोर्ड लगाना पर्याप्त है? क्या इन क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन को अधिक सतर्कता और निगरानी नहीं बढ़ानी चाहिए?
Atom Bomb News मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है और पर्यटकों से अपील करता है कि प्राकृतिक स्थलों की सुंदरता का आनंद लें, लेकिन सुरक्षा नियमों का पालन भी उतनी ही गंभीरता से करें, वरना एक छोटी-सी चूक हमेशा के लिए अंधेरा ला सकती है।







