उत्तराखण्ड
राजस्व गांव की मांग को लेकर सड़कों पर उतरा जन सैलाब।
हल्द्वानी: बिंदुखत्ता को राजस्व गांव के दर्जे की मांग के लिए बुधवार को लोगों का सैलाब सड़क पर उतर आया, इस मांग को लेकर बिंदुखत्ता संघर्ष समिति के बैनर तले रैली निकाली गई। लालकुआं में हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि वनाधिकार कानून की जिद त्याग विधानसभा में बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाने की प्रस्ताव पारित किया जाना चाहिए। उन्होंने बिंदुखत्ता को राजस्व गांव का दर्जा देने और अतिक्रमण की सूची से बाहर करने जैसी मांगों को लेकर प्रदर्शन भी किया। इस दौरान अपने बयान में भाकपा माले के नैनीताल जिला सचिव डा कैलाश पाण्डेय ने कहा कि
बिंदुखत्ता को राजस्व गांव का दर्जा देने और अतिक्रमण की सूची से बाहर करने की मांग पर बिंदुखत्ता संघर्ष समिति की रैली में उतरे जनसैलाब ने भाजपा विधायक द्वारा रैली के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को करारा जवाब दिया है। भाकपा माले जनता की इस एकता और संघर्ष को सलाम करती है। जनता के इस विशाल प्रदर्शन के बाद अब विधायक को वनाधिकार कानून की जिद छोड़कर राज्य विधनसभा से राजस्व गांव का प्रस्ताव पारित कर केन्द्र सरकार को भेजने की पहल करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि वनाधिकार कानून 2006 के जरिए राजस्व गांव बनाने की बात जनता के साथ धोखा करना है क्योंकि बिंदुखत्ता वनाधिकार कानून से आच्छादित नहीं होता।