उत्तराखण्ड
उत्तराखंड की जेलों से 581 कैदी फरार, पुलिस कर रही तलाश
उत्तराखंड की तमाम जेलों से करीब 581 कैदी फरार बताए जा रहे हैं, जिन्हें कोविड-19 महामारी के दौरान पैरोल पर छोड़ा गया था। इन कैदियों को पैरोल पर छोड़े जाने का उद्देश्य महामारी के दौरान जेलों में भीड़ को कम करना और संक्रमण के फैलाव को रोकना था। लेकिन अब, महामारी के खत्म होने के बाद भी ये कैदी जेल वापस नहीं लौटे हैं, जिससे पुलिस और प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।
इन कैदियों में से कई गंभीर अपराधों के आरोपी हैं, जिनमें हत्या, लूट, और अन्य संगीन अपराध शामिल हैं। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इन कैदियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें पकड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। फरार कैदियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें सक्रिय हैं, और स्थानीय थानों को भी अलर्ट कर दिया गया है।
उत्तराखंड पुलिस ने अब तक 581 में से कुछ कैदियों की लोकेशन का पता लगाया है, लेकिन अधिकांश कैदी अभी भी फरार हैं। पुलिस ने इन कैदियों के परिजनों और रिश्तेदारों से भी पूछताछ की है, ताकि उनकी जानकारी जुटाई जा सके।
इस घटना ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार और जेल प्रशासन पर दबाव बढ़ रहा है कि वे इन कैदियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करें और जेलों की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करें। इस बीच, राज्य के गृह विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए फरार कैदियों की सूची सार्वजनिक करने का आदेश दिया है, ताकि आम जनता भी उनके बारे में जानकारी दे सके।
पुलिस को इन कैदियों की गिरफ्तारी में बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।