उत्तराखण्ड
थानाध्यक्ष की दादागिरी: एक परिवार पर थप्पड़, दूसरी ओर 35 राउंड गोली चलने पर पुलिस गायब!
उत्तराखंड:उधमसिंह नगर जिले के दिनेशपुर में पुलिस की दबंगई और नाकामी का एक शर्मनाक उदाहरण शनिवार रात को सामने आया। दुर्गा पूजा में अपने परिवार के साथ जा रहे एक व्यक्ति को थानाध्यक्ष ने चेकिंग के नाम पर रोका और मामूली बहस पर थप्पड़ मार दिया। कानून का रक्षक, खुद कानून तोड़ने में व्यस्त था।
थानेदार साहब और उनके मातहतों का असली हुनर उस वक्त देखने को मिला, जब जाफरपुर के पास दो पक्षों के बीच झगड़ा हुआ और 35 राउंड तक गोलियां चलीं। पर क्या मजाल की पुलिस वहां नज़र आए! बहादुर थानाध्यक्ष और उनके साथी तो व्यस्त थे बाइकों के चालान काटने और कमजोर लोगों पर अपनी पुलिसिया रौब झाड़ने में।
दिनेशपुर के थानाध्यक्ष ने यह साबित कर दिया कि उनकी प्राथमिकता क्या है – गोलियों की आवाज़ से दूर, केवल बाइकों के चालान काटना और राहगीरों के साथ मारपीट करना! 35 राउंड गोली चलने की घटना को लेकर वो इतनी निश्चिंत थे कि जैसे यह कोई मामूली बात हो। शायद उनके हिसाब से गोली-बंदूक तो आम बात है, असली जिम्मेदारी चालान काटने और कमजोरों को डराने-धमकाने की है!
पुलिस की इस लापरवाही ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या कानून-व्यवस्था केवल चालान और थप्पड़ मारने तक सीमित है? जब गोलियां चल रही थीं, तब थानाध्यक्ष साहब चालान काटने में जुटे थे – उनकी नज़र में यही उनकी ड्यूटी थी। और मौका मिला तो थप्पड़ मारकर अपनी ‘पुलिस वाली’ धौंस भी दिखा दी।