उत्तराखण्ड
पुलिस ने छात्र-छात्राओं को बताए नशे के दुष्प्रभाव, बाल अपराधों के प्रति भी किया जागरूक
नैनीताल। विभिन्न प्रकार के अपराध अक्सर संबंधित विषय के प्रति जागरूकता की कमी के कारण ही होते हैं और संबंधित विषय पर आधिकाधिक जानकारी होने से ऐसे विभिन्न जघन्य अपराधो में कमी लाई जा सकती है और इन्हीं उद्देश्यों से एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा द्वारा जनपद नैनीताल स्तर पर नियुक्त अधीनस्थ पुलिस अधिकारी गणों को विभिन्न सरकारी/गैर-सरकारी स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक संस्थाओ मैं साइबर अपराधों से बचाव, यातायात नियमों के पालन, नशे के दुष्प्रभाव, बाल अपराधो एवं महिला संबंधी अपराधों से बचाव हेतु जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं।
इसी क्रम में रोहतास सिंह सागर, थानाध्यक्ष तल्लीताल द्वारा नैंसी कॉन्वेंट कॉलेज ज्योलिकोट नैनीताल में जाकर जन जागरूकता शिविर आयोजित कर अध्यनरत छात्र- छात्राओं को नशे के दुष्प्रभाव यातायात नियमों की जानकारी सहित साइबर अपराधो से बचाव एवं उत्तराखंड पुलिस द्वारा संचालित विभिन्न ऑनलाइन/त्वरित सेवाओं के बारे में निम्नलिखित जानकारी दी गई। अध्यनरत छात्र-छात्राओं को नशे की परिभाषा, दुष्परिणाम तथा रिहैबिटेशन प्रक्रिया के बारे में बताया गया। अवैध नशे की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए गोपनीय सूचना देने की अपील भी की गई। यातायात नियमों का पालन करने तथा उसके प्रति अपने परिजनों और मित्रों को भी जागरूक करने को कहा। साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता हेतु आवश्यक सुरक्षा मापदंडों की जानकारी दी गई।
उत्तराखंड पुलिस ऐप के महत्वपूर्ण सुविधाओं की जानकारी देते हुए सभी उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को गूगल प्ले स्टोर से उत्तराखंड पुलिस ऐप डाउनलोड करवाया गया व ऐप में अंतर्निहित गौराशक्ती सुरक्षा कवच में उपलब्ध सुविधा की जानकारी देकर पंजीकरण भी करवाया गया। छात्र-छात्राओं को गुड टच – बैड टच, साइबर अपराध, नशे के दुष्परिणामों, यातायात के नियमों का पालन करने, विधिक प्रावधानों के विषय के संबंध में जागरूक किया गया । स्कूली छात्र- छात्राओं को अपने आस-पास घटित छोटी से छोटी आपराधिक घटनाओं की सूचना तत्काल नजदीकी थाना/चौकी पुलिस को देने हेतु प्रेरित किया गया।