उत्तराखण्ड
अतिक्रमण ध्वस्त करने की कार्रवाई का विरोध, प्रशासन के समक्ष दिया धरना, कई गिरफ्तार
किच्छा। चेतावनी का समय पूरा होने के बाद प्रशासन ने शनिवार सुबह चिन्हित 205 अतिक्रमण को तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी। इस दौरान भारी संख्या में फोर्स तैनात किया गया था।
प्रशासन के कार्रवाई शुरू करने पर विरोध करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तहसीलदार जीसी त्रिपाठी व प्रभारी निरीक्षक धीरेन्द्र कुमार ने समझाने का भरसक प्रयास किया। परंतु उन्होंने सरकार के विरुद्ध नारेबाजी शुरू करते हुए मार्च निकलना शुरू कर दिया। पुलिस ने उन्हें रोका तो वह सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। जिस पर पुलिस ने उनको बल प्रयोग करते हुए गिरफ्तार कर वाहन में भर कर कलकत्ता फार्म चौकी ले गए।
गिरफ्तार किए लोगों में पालिकाध्यक्ष दर्शन कोली, विधायक प्रतिनिधि गौरव बेहड़, राजेश प्रताप सिंह, गुलशन सिंधी, जगरूप सिंह गोल्डी शामिल हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद प्रशासन ने लोडर लगा कर निर्माण तोड़ना शुरू कर दिया। हालांकि व्यापारियों ने पहले ही दुकान से अपना सामान निकाल लिया था। जो कुछ बचा था वह भी स्वयं हटाने में लगे रहे। कांग्रेस के विरोध के दौरान व्यापारी उनके साथ विरोध में शामिल नहीं हुए।लोक निर्माण विभाग ने हल्द्वानी मार्ग पर सड़क किनारे पिछले 40 वर्षों से बसे 158 लोगों को नोटिस जारी कर हटने को कहा था। पिछले दो माह से नोटिस की कार्रवाई चल रही है।
नोटिस का समय पूरा होने के बाद 25 मई को लोनिवि ने दो दिन का मौखिक समय दिया था। समय सीमा शुक्रवार को पूरी होने पर लोनिवि ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। वहीं लोनिवि के अभियान के लिए पुलिस ने भी कानून व्यवस्था बनाए रखने के साथ ही विरोध की संभावना के चलते अपनी तैयारी पूरी कर ली थी। जिसके चलते भारी फोर्स बाहर से मांगा गया है। वहीं, प्रशासन की तैयारी की भनक लगने पर अतिक्रमण की जद में आए लोग भी दिनभर अपनी दुकान व घरों का सामान समेटते दिखाई दिए।
अधिकांश लोगों ने कीमती सामान सुरक्षित निकाल कर पहुंचा दिया है। वहीं दुकान में नाम का ही सामान रह गया है। अभियान के तहत भारी फोर्स की तैनाती है। किच्छा कोतवाली ने अतिक्रमण हटाने के लिए तीन प्लाटून पीएसी, तीन निरीक्षक, 14 उप निरीक्षक, 30 पुरुष कांस्टेबल व 10 महिला कांस्टेबल की मांग बाहर से की गई है। इसके अतिरिक्त सीओ किच्छा के साथ ही कोतवाली का फोर्स भी तैनात है। अतिक्रमण हटाने के दौरान वाहनों की आवाजाहीं शहर से बंद की है। साथ ही बैरिकेडिंग कर बंडिया क्षेत्र को जाने वाले मार्ग पर वाहनों की आवाजाही भी बंद है। जिससे वहां पर किसी तरह के टकराव की स्थिति न पैदा हो।