उत्तराखण्ड
एक अप्रैल से शुरू होगी रबी की फसल की खरीद,खाद्य मंत्री ने अधिकारियों को 31 मार्च तक संपूर्ण तैयारियां पूरी करने के दिये निर्देश
एक अप्रैल से शुरू होगी रबी की फसल की खरीद,खाद्य मंत्री ने अधिकारियों को 31 मार्च तक संपूर्ण तैयारियां पूरी करने के दिये निर्देश
खाद्य मंत्री रेखा आर्या ने खाद्य विभाग के अधिकारियों के साथ की विभागीय समीक्षा बैठक, दिए अहम दिशानिर्देश
देहरादून: आज यमुना कॉलोनी स्थित अपने कैम्प कार्यालय में खाद्य मंत्री रेखा आर्या ने विभागीय अधिकारियों के साथ खाद्य विभाग की महत्वपूर्ण विषयों के संबंध में समीक्षा बैठक की।बैठक में खाद्य मंत्री ने अधिकारियों को अहम दिशा निर्देश दिए।जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष रबी की फसल की खरीद एक अप्रैल से शुरू होगी जो कि जून माह तक चलेगी।साथ ही बताया कि विभागीय अधिकारियों को रबी की फसल की खरीद को लेकर सभी तैयारियां 31मार्च तक पूरा करने के निर्देश दिए गए।
इस वर्ष गेहूँ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275/- है जो कि गत वर्ष की तुलना में 150/- अधिक निर्धारित किया गया है। आगामी सत्र में खाद्य विभाग की विपणन शाखा, यू०सी०एफ०, एन०सी०सी०एफ०, यू०पी०सी०यू०, नैफेड एवं यू०के०यू०एस०एस० क्रय संस्थाओं के माध्यम से गेहूँ खरीद किये जाने का निर्णय लिया गया है। साथ ही उनके द्वारा क्रमशः 35, 140, 10, 40, 30 एवं 10 कुल 265 क्रय केन्द्र भी संचालित कराये जाने का निर्णय लिया गया है जो कि पूर्व सत्र से 44 क्रय केन्द्र अधिक है।
वही कहा कि इस वर्ष गेंहू की एमएसपी 2275 रुपिये प्रति कुंतल निर्धारित की गई है।इस वर्ष गेंहू की फसल का जो लक्ष्य दिया गया है वह 50 हजार मीट्रिक टन का है। साथ ही जब हमारे किसान भाई अपनी फसल को क्रय केंद्रों पर विक्रय करें तो उनकी फसल का भुगतान 72 घंटो के भीतर करना सुनिश्चित करें।साथ ही यह भी निर्देश दिए गए है की सभी क्रय केंद्रों को जल्द से जल्द स्थापित किया जाए,लोगो को जागरूक भी करें,क्रय केंद्रों में जरूरी बुनियादी व्यवस्थाओं जिनमे पीने का पानी,शौचालय आदि शामिल हैं उन्हें सुनिश्चित करें ताकि हमारे किसान भाई क्रय केंद्रों पर आए तो उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना ना करना पड़े।
इस अवसर पर बैठक में सचिव एल फैनई, एम एस बिसेन, सी एम घिल्डियाल, RFC गढ़वाल बंसी राणा, RFC कुमाऊं बी. एस.फिरमाल व अन्य विभागीय अधिकारी एवं नेफेड और भारतीय खाद्य निगम के अधिकारी मौजूद रहे।