उत्तराखण्ड
फर्जी फौजी बना घूम रहा था आर्मी एरिया में! इंटेलिजेंस और रूड़की पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में धर दबोचा गया राजस्थान निवासी
फर्जी फौजी बना घूम रहा था आर्मी एरिया में! इंटेलिजेंस और रूड़की पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में धर दबोचा गया राजस्थान निवासी
रूड़की। फौजी वर्दी पहनकर कैंट क्षेत्र में घूमने वाले एक फर्जी सैन्यकर्मी को पुलिस ने आर्मी इंटेलिजेंस के साथ मिलकर दबोच लिया। पकड़े गए युवक के पास से 18 डेबिट कार्ड, सेना की वर्दी, नेम प्लेट, आर्मी कार्ड और एक फर्जी ज्वाइनिंग लेटर बरामद किया गया है। पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि वह इन सबका इस्तेमाल कैंट एरिया में आसानी से आने-जाने और सूचनाएं हासिल करने के लिए करता था।
यह कार्रवाई आर्मी इंटेलिजेंस, कोतवाली रूड़की, CIU रूड़की और LIU रूड़की की संयुक्त टीम ने की। आरोपी की पहचान सुरेंद्र कुमार पुत्र शिशराम निवासी ग्राम कोलसिया, थाना नवलगढ़, जिला झुंझुनू (राजस्थान) के रूप में हुई है।
🚨 इस तरह हुआ फर्जी फौजी का भंडाफोड़
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार द्वारा हाल ही में जनपद में संदिग्धों और असामाजिक तत्वों पर सतर्क दृष्टि रखने के निर्देश दिए गए थे। इसी क्रम में कोतवाली रूड़की पुलिस सघन चेकिंग अभियान चला रही थी।
इसी दौरान आर्मी इंटेलिजेंस को सूचना मिली कि आर्मी एरिया में एक संदिग्ध व्यक्ति सेना की वर्दी में घूम रहा है।
सूचना के बाद MES गेट के पास संयुक्त टीम ने घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ लिया।
🧾 बरामद सामान ने खोली पोल
पुलिस को आरोपी के कब्जे से जो सामान मिला, उसने उसके फर्जी खेल का पूरा पर्दाफाश कर दिया—
1️⃣ 18 डेबिट कार्ड
2️⃣ सेना की वर्दी
3️⃣ नेम प्लेट
4️⃣ आर्मी कार्ड
5️⃣ फर्जी ज्वाइनिंग लेटर
🕵️♂️ पुलिस और इंटेलिजेंस जुटी पड़ताल में
पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि आरोपी का मुख्य उद्देश्य क्या था —
क्या वह किसी बड़ी साजिश की कड़ी है या फिर सेना के नाम पर किसी ठगी या जासूसी नेटवर्क से जुड़ा था?
इंटेलिजेंस और पुलिस टीमें इस पहलू की गहराई से जांच कर रही हैं।
👮 संयुक्त टीम की सतर्कता से टला बड़ा खतरा
इस संयुक्त कार्रवाई में व0 उ0नि0 मनोज गैरोला, उ0नि0 ध्वजवीर सिंह, का0 सोबन सिंह, का0 रंगमोहन (कोतवाली रूड़की) और निरीक्षक प्रदीप बिष्ट (प्रभारी CIU) सहित उनकी पूरी टीम शामिल रही।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 364/25 के तहत संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
सवाल यह भी उठता है —
आख़िर फर्जी सैन्यकर्मी सेना के अत्यधिक सुरक्षा वाले क्षेत्र में कैसे पहुंच गया?
क्या कैंट एरिया में निगरानी की व्यवस्था इतनी कमजोर है कि कोई भी वर्दी पहनकर अंदर दाखिल हो सकता है?
जांच में अब इन सवालों के जवाब तलाशे जा रहे हैं।
👉 रूड़की पुलिस और इंटेलिजेंस की तत्परता से एक बड़ा फर्जीवाड़ा बेनकाब हुआ है, वरना इसके गंभीर नतीजे हो सकते थे।




