उत्तराखण्ड
रामनगर:देश में महिला अपराधों की बाढ़ के खिलाफ सड़कों पर उतरे मासूम, देश की सरकार से मांग रहे इंसाफ
रामनगर (नैनीताल): देशभर में महिला अपराधों की बढ़ती घटनाओं ने लोगों के मन में गुस्से और आक्रोश को जन्म दिया है। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मणिपुर, और बंगाल जैसे राज्यों में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ वीरवार को रामनगर के पीरूमदारा क्षेत्र के शाइनिंग स्टार स्कूल के सैकड़ों बच्चों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। मासूम हाथों में कैंडल और महिलाओं की सुरक्षा के संदेश वाले प्लेकार्ड लेकर, बच्चों ने नगर पालिका परिसर से लखनपुर शहीद पार्क तक एक आक्रामक कैंडल मार्च निकाला।
इस प्रदर्शन के दौरान, शहीद पार्क में बच्चों और शिक्षकों ने महिला अपराधों की शिकार बनी महिलाओं को श्रद्धांजलि दी और सरकार से अपराधियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की मांग की। वक्ताओं ने अपने गुस्से का इजहार करते हुए कहा कि देश के लगभग हर राज्य में महिला अपराधों की बाढ़ ने भारत के माथे पर शर्म का टीका लगा दिया है। यह न केवल महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाता है बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देश की छवि को धूमिल करता है।
वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि महिला अपराधों के दोषियों को त्वरित और कड़ी सजा दी जानी चाहिए ताकि महिलाओं और बच्चियों को अपने देश में सुरक्षित महसूस हो सके। इस दौरान डीएस नेगी, तुलसी सिंह, श्वेता सिंह , केसर राणा, अंजली मेहरा, प्रभात ध्यानी, मनमोहन अग्रवाल, उषा पटवाल, संजय रिखाड़ी, एडवोकेट पूरन पांडे समेत अन्य कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
इस मार्च ने यह साबित कर दिया कि मासूम बच्चे भी देश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए तैयार हैं, और अब यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह इस आक्रोश को ध्यान में रखते हुए त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करे।