उत्तराखण्ड
रामनगर: प्रॉपर्टी के धंधे से धनबल पाकर राजनीति की सीढ़ी से फिसले राजीव अग्रवाल अब विवादों में।
रामनगर (नैनीताल) पंजाब नेशनल बैंक ने प्रॉपर्टी के बड़े कारोबारी और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है।पुलिस और प्रशासन की मदद से बैंक ने इनकी कई दुकानों पर ताला लगा दिया हैं।करीब डेढ़ करोड़ रूपये से भी अधिक की बकायादारी न देने पर बैंक को यह एक्शन लेना पड़ा।
रामनगर में प्रॉपर्टी के धंधे को पंख लगाने वाले व्यापारी राजीव अग्रवाल उर्फ राजीव लखानी के सितारे इन दिनों गर्दिश में चल रहे हैं।कभी प्रॉपर्टी कारोबार के किंग माने जाने वाले राजीव अग्रवाल अब अपने उन सहयोगियों के निशाने में हैं जिन्होंने उनके साथ प्रॉपर्टी के कारोबार में पैसा लगाया और डूब गया।
पैसा और प्रॉपर्टी को लेकर उनका कई लोगों से विवाद चल रहा हैं।
उनकी बनाई गयी आस्थान प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी में ताला लगने का खतरा मंडराने लगा है।अग्रवाल कॉलोनाइजर और फिर आस्थान प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाकर प्रॉपर्टी का धंधा चमकाने वाले राजीव अग्रवाल ने शुरुआती कामयाबी में खूब पैसा कमाया,इस धंधे की कामयाबी के बाद राजीव अग्रवाल को राजनीति का चस्का चढ़ा। धनबल के जरिये राजनीति की सीढ़ी चढ़ने की कोशिश करने वाले राजीव अग्रवाल ने बहुजन समाज पार्टी का दामन थामा, क्योंकि यही एक पार्टी थी जो उनको चुनाव लड़ने के लिए टिकट दे सकती थी।उन्होंने बसपा से पौड़ी लोकसभा सीट चुनाव लड़ा और बुरी तरह हार गए फिर उसके बाद उन्होंने बसपा से ही रामनगर में विधानसभा का चुनाव लड़ा यह चुनाव भी वह हार गए।उससे पहले राजीव अग्रवाल ने शहर की राजनीति में भी अपना दबदबा कायम करने की नाकाम कोशिश की। उन्होंने बसपा से पवन अग्रवाल को पालिका अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ाया था लेकिन यहां भी उनको हार का सामना करना पड़ा।
रामनगर में प्रॉपर्टी कारोबार को जन्म देने वालों में राजीव अग्रवाल का नाम प्रमुखता से लिया जाता हैं। प्रॉपर्टी के अपने धंधे को कामयाबी की मंजिल तक पहुंचाने के लिए राजीव अग्रवाल ने रामनगर के साथ साथ आस पास के इलाके और दिल्ली नोएडा तक के की पैसे वालों को साथ जोड़ा। बिना प्रशासनिक अधिकारियों की नज़रें इनायत के बिना धंधा आगे कैसे बढ़ सकता लिहाजा उनको भी साधा गया।
शुरुआत उनकी अच्छी चल रही थी लेकिन प्रॉपर्टी के धंधे से कमाए धनबल से जब वह राजनैतिक ताकत पाने का प्रयास करने लगे तो उनका धनबल भी डगमगाने लगा।
राजीव अग्रवाल के साथ प्रॉपर्टी के धंधे में पैसा लगाने वाले कई लोग अब उनसे अपना पैसा वापस मांग रहे। राजीव अग्रवाल की पत्नी संगीता अग्रवाल ने तो ऐसे कुछ लोगों के खिलाफ शिकायत भी की है कि यह लोग उनकी प्रॉपर्टी पर कब्ज़ा करने की कोशिश कर रहे हैं। बहरहाल इस धंधेबाजी में राजीव अग्रवाल उनके कई सहयोगियों के बीच विवाद चल रहा हैं जो आने वाले समय में बड़ा रूप ले सकता है।
कारोबारी राजीव अग्रवाल के नेतृत्व में चलने वाली आस्थान प्राइवेट कम्पनी संकट में है।पंजाब नेशनल बैंक ने उनके लखनपुर में स्थित मॉल में कई दुकानों पर अपना ताला लगा दिया हैं। राजीव अग्रवाल पुत्र बृज मोहन और उनकी पत्नी संगीता अग्रवाल, शशांक टर्रे उनकी पत्नी प्रिया अग्रवाल, रामानुज अग्रवाल पुत्र शांति प्रसाद पर पंजाब नेशनल बैंक के रामनगर शाखा के एक करोड़ पचपन लाख सत्रह हज़ार एक सौ अट्ठाईस रूपये बावन पैसे देने हैं।कई नोटिस भेजने के बावजूद भी जब बकाया जमा नहीं किया गया तो बैंक ने बुधवार को उनकी उन प्रॉपर्टी पर ताला जड़ दिया जिस पर उन्होंने लोन लिया था।
बकाया धनराशि जमा होने पर बैंक उनकी सील की हुई प्रॉपर्टी को वापस रिलीज कर देगा अन्यथा बैंक नियमानुसार उनकी नीलामी कर सकता हैं।