उत्तराखण्ड
रामनगर-जंगल का शहंशाह पिंजरे में कैद!
रामनगर(नैनीताल) ग्रामीणों के लिए दहशत का पर्याय बना एक बाघ को वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया है। इस बाघ के पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है साथ ही वन विभाग के अधिकारियों ने भी बाघ के पकड़े जाने के बाद राहत की सांस ली है। बाघ के हमले के बाद से ही वन विभाग के अधिकारियों को ग्रामीणों के लगातार विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ रहा था।
प्राप्त समाचार के मुताबिक चुकम गांव का हमलावर बाघ पिंजरे में कैद हो गया है। इस बाघ ने शनिवार सुबह गोपाल राम को मौत के घाट उतार दिया था। तब से ग्रामीण इस बाघ को पकड़कर यहां से हटाने की मांग कर रहे थे। बाघ पकड़े जाने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। पूरी घटना रामनगर वन प्रभाग के कोसी रेंज की है।
बताया जा रहा है कि बाघ बीती रात जंगल से निकाल कर गांव में घुस आया था। रविवार की सुबह बाग वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में कैद हो गया। पकड़े गए बैग को ढेला के रेस्क्यू सेंटर में भेजा गया है।
आपको बता दें कि शनिवार की सुबह चुकम गांव के गोपाल राम को बाघ ने उसे वक्त अपना शिकार बना दिया था जब वह सोच के लिए जंगल की तरफ गया हुआ था। इस घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और उन्होंने मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों को काफी देर तक घेरे रखा। ग्रामीणों की मांग है कि उनके गांव में जरूरी सरकारी सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती है और खतरनाक वन्यजीवों से उनकी सुरक्षा को खतरा है साथ ही आपदा के समय भी उनकी जान खतरे में बनी रहती है लिहाजा ग्रामीण अपने विस्थापन की मांग कर रहे हैं।