उत्तराखण्ड
जिलाधिकारी वंदना की जनसुनवाई में उठीं रामनगर की असल समस्याएं, कई शिकायतों का मौके पर निस्तारण
रामनगर (नैनीताल) |
शुक्रवार को रामनगर के राजकीय इंटर कॉलेज जस्सागाजा में जिलाधिकारी वंदना की अध्यक्षता में एक दिवसीय जनसुनवाई शिविर आयोजित हुआ, जिसमें सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक चली जनसुनवाई में कुल 115 शिकायतें दर्ज की गईं। दिलचस्प बात यह रही कि इनमें से अधिकांश समस्याओं का समाधान मौके पर ही कर दिया गया।
पेयजल बना सबसे बड़ी चिंता
जनसुनवाई में सबसे अधिक शिकायतें पेयजल संकट को लेकर आईं। ग्रामीणों ने जल जीवन मिशन के तहत छूटे हुए घरों को जल संयोजन देने, अधूरी पड़ी पेयजल लाइनों को पूरा करने और ओवरहेड टैंकों से हो रहे रिसाव के कारण खेतों को हो रही क्षति की समस्याएं उठाईं। जिलाधिकारी ने इन समस्याओं के त्वरित समाधान के निर्देश देते हुए जल संस्थान और पेयजल निगम के अधिकारियों को 10 दिनों के भीतर निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।
खनन वाहन बना गाँव के लिए खतरा
जस्सागांव की जनता ने भारी खनन वाहनों की अनियंत्रित आवाजाही से हो रही दुर्घटनाओं और असुविधा की शिकायत जिलाधिकारी से की। ग्रामीणों का कहना था कि ये ओवरलोड वाहन गांव की आबादी के बीच से गुजरते हैं, जिससे जानमाल का खतरा लगातार बना हुआ है। जिलाधिकारी वंदना ने जिला खनन अधिकारी को अगले तीन दिन तक क्षेत्र में डटे रहने और नियमविरुद्ध चल रहे खनन वाहनों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। साथ ही, समस्या के स्थायी समाधान के लिए वैकल्पिक परिवहन मार्ग तलाशने हेतु संबंधित विभागों को एक सप्ताह के भीतर संयुक्त सर्वे कर रिपोर्ट देने को कहा गया।
शिक्षा विभाग पर सख्ती, भ्रमण रिपोर्ट न देने पर फटकार
जनसुनवाई में शिक्षा विभाग को लेकर भी कई शिकायतें सामने आईं। जब जिलाधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारी से विद्यालयों के मासिक भ्रमण की जानकारी मांगी और वे संतोषजनक जवाब नहीं दे सके, तो उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी को इस पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
फर्जी प्रमाणपत्रों की होगी जांच
रामनगर नगर पालिका क्षेत्र में फर्जी प्रमाणपत्र बनाए जाने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने सख्त रुख अपनाया। ईओ नगर पालिका को निर्देशित किया गया कि सभी संदिग्ध प्रमाणपत्रों की जांच की जाए और गलत पाए जाने पर उन्हें निरस्त किया जाए। साथ ही भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही रोकने की भी सख्त हिदायत दी गई।
सड़क सुरक्षा में बाधक टेलीफोन खंभे हटेंगे
नगरपालिका क्षेत्र में सड़क पर यातायात बाधित कर रहे टेलीफोन खंभों को हटाने की मांग पर जिलाधिकारी ने दूरसंचार विभाग को 10 दिन की मोहलत दी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि निर्धारित समय में कार्रवाई नहीं हुई, तो पालिका स्वयं खंभे हटाएगी और खर्च की भरपाई दूरसंचार विभाग से की जाएगी।
मौके पर कई समस्याओं का हुआ समाधान
शिविर में विधवा महिला को पेंशन लाभ नहीं मिलने की शिकायत पर मौके पर ही समाज कल्याण विभाग को आवेदन भरवाकर कार्रवाई शुरू कर दी गई। वहीं, ओवरहेड टैंक से रिसते पानी से खेत को नुकसान होने की शिकायत पर भी पेयजल विभाग के अधिकारी भेजे गए और त्वरित समाधान किया गया।
शिविर में विभिन्न विभागों ने लगाई स्टॉल, जनता को मिला लाभ
शिविर में विभागीय स्टॉलों के माध्यम से जनता को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई।
- स्वास्थ्य विभाग ने 64 लोगों का परीक्षण कर निशुल्क दवाएं दीं।
- आयुर्वेदिक विभाग ने 25 मरीजों का उपचार किया।
- खाद्य विभाग ने 16 राशन कार्डों का सत्यापन किया।
- कृषि विभाग ने 60 किसानों को उपकरण दिए।
- पशुपालन विभाग ने 8 पशुओं का उपचार किया।
- राजस्व विभाग ने आधार कार्ड, जाति प्रमाणपत्र, निवास प्रमाणपत्र व अन्य प्रमाणपत्रों से जुड़े आवेदन निपटाए।
- यूसीसी विभाग ने 7 विवाहों का पंजीकरण किया।
विधायकों की मौजूदगी, ग्रामीणों की भागीदारी
शिविर में रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट, कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत, ग्राम जस्सागांजा की प्रशासक निधि महरा, चिलकिया से हेमा बिष्ट, पीरूमदारा से ज्वाला प्रसाद, जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी, उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार सहित कई विभागीय अधिकारी एवं सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
जिलाधिकारी का स्पष्ट संदेश: समस्याओं का समाधान तय समय सीमा में हो
जनसुनवाई में जिलाधिकारी वंदना ने दो टूक कहा कि “जनता की समस्याएं प्राथमिकता हैं, और अधिकारी समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करें।” उनका यह सख्त संदेश हर विभाग के लिए स्पष्ट था कि लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं होगी।
रिपोर्ट: खुशाल रावत
संपादक – एटम बम | www.atombombnews.com







