उत्तराखण्ड
तो क्या पीपीपी मोड से हटेगा रामदत्त जोशी हॉस्पिटल ?
रामनगर।पीपीपी मोड पर संचालित रामदत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय की आएदिन शिकायतों के बीच स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने अस्पताल का निरीक्षण किया। जिसके बाद मंत्री ने एक हफ्ते में व्यवस्थाएं न सुधरने पर पीपीपी मोड़ पर पुर्नविचार करके गंभीर निर्णय लेने की बात कही है।
मंत्री श्री रावत ने अस्पताल में पहुँच कर लोगों के सुझाव भी सुने है। खुद भाजपा से जुड़े लोगों ने भी मंत्री के समक्ष अस्पताल की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई।
मंत्री श्री रावत ने बताया कि राज्य में 6 हॉस्पिटल पीपीपी मोड में संचालित है उनकी नए सिरे से समीक्षा करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने जनपद के स्वास्थ्य विभाग की पीएनजी महाविद्यालय के सभागार कक्ष में बैठक भी ली है उन्होंने कहा कि हमने बैठक में तय किया है कि 15 दिसंबर तक हमको वैक्सीन की दूसरी डोज प्रत्येक नागरिक को लगानी है जो कि 18 साल से ऊपर है। डा0 रावत ने बताया कि प्रत्येक सरकारी अस्पताल में दवाई के लिए सरकार ने यह निर्णय लिया है कि हम जेनेरिक दवाई प्रत्येक मरीज को उपलब्ध कराएंगे। उन्होने कहा सरकार की अगली कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव लाएंगे कि जितने हमारे सरकारी अस्पताल हैं उनमें 207 जांचे फ्री होंगी ओर दवाई भी मरीजो को फ्री मिलेगी और उत्तराखंड देश का पहला राज्य होगा।