उत्तराखण्ड
गैरसैंण में सादगी से मना राज्य स्थापना दिवस, मुख्यमंत्री ने की नई घोषणाएं
गैरसैंण (भराड़ीसैंण)। उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के विधानसभा परिसर में राज्य का 24वां स्थापना दिवस सादगी से मनाया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को उत्तराखंड राज्य के 24 वर्ष पूर्ण होने और रजत जयंती वर्ष के शुभारंभ पर बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अमर शहीदों, राज्य आंदोलनकारियों और हाल ही में अल्मोड़ा बस दुर्घटना में दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
विधानसभा परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में पुलिस और एनसीसी जवानों द्वारा सेरेमोनियल परेड का आयोजन किया गया। राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न विभागों द्वारा बहुउद्देशीय शिविर और विकास योजनाओं की प्रदर्शनी के लिए स्टॉल लगाए गए, जिनका मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने 47 राज्य आंदोलनकारियों को पुष्प माला और शाल भेंट कर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सिमली में महिला बेस अस्पताल को पूर्ण बेस अस्पताल बनाने और राजकीय इंटर कॉलेज आगरचट्टी में विज्ञान वर्ग की शुरुआत की घोषणा कर चमोली जनपद को बड़ी सौगात दी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य अब रजत जयंती वर्ष में प्रवेश कर रहा है और इसे “उत्तराखंड का दशक” बनाने के लिए राज्य सरकार हर क्षेत्र में अल्पकालिक, मध्यमकालिक और दीर्घकालिक योजनाओं पर कार्यरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 24 वर्षों में राज्य ने कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है, और नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्यों में उत्तराखंड ने देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
उन्होंने बताया कि राज्य ने “ईज ऑफ डूइंग बिजनेस” में अचीवर्स और स्टार्टअप में लीडर्स की श्रेणी प्राप्त की है। जीएसडीपी में 33% की वृद्धि और बेरोजगारी दर में 4.4% की कमी दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को राज्य के लिए एक बड़े अवसर के रूप में भी बताया।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण कार्य और बदरीनाथ धाम का मास्टर प्लान के तहत विकास कार्य प्रगति पर हैं। उन्होंने मानसखंड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत 16 पौराणिक मंदिरों के विकास का भी जिक्र किया। इसी तरह, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है और जल्द ही पहाड़ों में रेल का सपना साकार होगा।
मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास हेतु मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना और वाइब्रेंट विलेज योजना का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में नकल विरोधी कानून लागू कर लाखों युवाओं का भविष्य सुरक्षित किया गया है और सरकारी सेवाओं में लगभग 18,500 भर्तियाँ की गई हैं। भ्रष्टाचार पर नियंत्रण हेतु कई कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने राज्य की मातृशक्ति के सम्मान में सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30% आरक्षण और सहकारी समितियों में 33% पद आरक्षित रखने की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना, लखपति दीदी योजना और मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना जैसी योजनाएं महिलाओं को सशक्त बना रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जबरन धर्मांतरण के विरुद्ध कठोर कानून लागू किया गया है और दंगाईयों से नुकसान की भरपाई का कानून भी राज्य में लागू है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में लगभग 5,000 एकड़ सरकारी भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया है।
इस अवसर पर कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल ने क्षेत्र के विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। जिलाध्यक्ष रमेश मैखुरी, राज्य मंत्री रमेश गडिया, ब्लॉक प्रमुख शशि सौर्याल, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय, पुलिस महानिरीक्षक के.एस. नगन्याल, जिलाधिकारी संदीप तिवारी, पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार, सीडीओ नंदन कुमार, एडीएम विवेक प्रकाश, एसडीएम संतोष कुमार, अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, स्थानीय जनता और स्कूली बच्चे भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।