उत्तराखण्ड
करोड़ों के घोटाले के मास्टर माइंड को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार, इस तरह करते थे अपराध
देहरादून। इंस्टाग्राम पर विभिन्न कम्पनियों को रेटिंग करने के टास्क कर पैसे कमाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का एसटीएफ ने पर्दाफाश किया है। यह गिरोह लगभग 19 करोड़ के विवादित राशि के राष्ट्रीय घोटाले में शामिल रहा है। इसके एक सदस्य को एसटीएफ ने राजस्थान से गिरफ्तार किया है। संदिग्ध आरोपी के ऊपर पूरे भारत में राष्ट्रीय साइबर पोर्टल पर 33 शिकायतें दर्ज हैं।
मुख्यमन्त्री उत्तराखण्ड पुष्कर सिंह धामी महोदय के “VISION सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारण” के अन्तर्गत व पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड अभिनव कुमार के दिशा निर्देशन में साईबर धोखाधड़ी करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करते हुये साईबर पीड़ितो को न्याय दिलाया जा रहा है। वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है। इसी परिपेक्ष्य में ठगों द्वारा फर्जी साइट तैयार कर आम जनता से ई-मेल व दूरभाष व अन्य सोशल साईटों के माध्यम से सम्पर्क कर स्वयं को विभिन्न नामी-गिरामी कम्पनियों के कर्मचारी / अधिकारी बताते हुये टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर विभिन्न कम्पनियों के लिंक भेजकर रेटिंग करने के टास्क कर घर बैठे लाभ कमाने का लालच देकर लाखों रुपये की धोखाधडी की जा रही है ।
इसी क्रम में एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ जिसमें देहरादून निवासी शिकायतकर्ता के साथ अज्ञात व्यक्ति द्वारा टेलीग्राम के माध्यम से सम्पर्क कर पार्ट टाईम जॉब कर लाभ कमाने की बात कहना जिसके पश्चात अज्ञात व्यक्ति द्वारा मो0नं0 998705391 से वादी से सम्पर्क कर स्वंय को “I GLOBAL KPO COMPANY” से बताकर ऑनलाईन जॉब कर लाभ कमाने की बात कहते हुए टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर लगातार भिन्न भिन्न कम्पनियों के नाम के लिंक भेजकर रेटिंग करने आदि सम्बन्धी टास्क देकर लाभ कमाने के नाम पर भिन्न-भिन्न तिथियों में भिन्न-भिन्न लेन देन के माध्यम से कुल 14,00,000/- रुपये धोखाधड़ी करने सम्बन्धी शिकायत के आधार पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मु0अ0सं0 19/23 धारा 420,120 बी भादवि व 66(डी) आईटी एक्ट बनाम अज्ञात का अभियोग पंजीकृत किया गया तथा विवेचना साइबर थाने के निरीक्षक देवेन्द्र नबियाल के सुपुर्द की गयी। अभियोग में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु गठित टीम द्वारा घटना में तकनीकी विश्लेषण से प्रकाश में आये अभियुक्त रितीक सेन पुत्र मुकेश सेन निवासी निकट पटवार भवन, मुकुन्दपुरा रोड, जयसिंहपुरा, भानकरोटा, जयपुर, राजस्थान को जयपुर राजस्थान से गिरफ्तार किया गया ।