उत्तराखण्ड
नवजात के जीवन के लिए संघर्ष: 7 घंटे तक नाले में फंसी रही एम्बुलेंस
रामनगर (नैनीताल)- एक नवजात शिशु और उसके परिवार के लिए मंगलवार का दिन अत्यंत चुनौतीपूर्ण साबित हुआ, जब बीरौखाल से रामनगर अस्पताल के लिए रेफर किए गए शिशु को पनाली नाले के उफान ने 7 घंटे तक फंसा रखा। इस दौरान बच्चे का ऑक्सीजन लेवल लगातार गिरता रहा, और उसकी जान पर बन आई थी।
मंगलवार की दोपहर 2 बजे, बीरौखाल स्वास्थ्य केंद्र में सुनीता देवी ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। हालांकि, जन्म के तुरंत बाद बच्चे का ऑक्सीजन लेवल कम हो गया, जिससे उसकी स्थिति गंभीर हो गई। डॉक्टरों ने तुरंत बच्चे को रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय में रेफर किया, और एम्बुलेंस से बच्चे को ले जाया गया।
रास्ते में, पनाली नाले में अचानक पानी का स्तर तेजी से बढ़ गया, जिससे मार्ग अवरुद्ध हो गया और एम्बुलेंस फंस गई। एम्बुलेंस के भीतर बच्चे की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही थी, और ऑक्सीजन लेवल लगातार कम हो रहा था। परिवार और एम्बुलेंस कर्मियों के लिए यह समय अत्यंत कठिन था, क्योंकि उनके पास कोई विकल्प नहीं था सिवाय इंतजार के।
लगभग 7 घंटे बाद, जब नाले का जलस्तर कम हुआ, तब जाकर एम्बुलेंस बच्चे को सुरक्षित रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय ले जा पाई। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने बच्चे का तुरंत उपचार शुरू किया, और अब जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ बताए जा रहे हैं।
यह घटना हमें याद दिलाती है कि पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की चुनौतियाँ कितनी बड़ी हैं, और बरसात के मौसम में ये समस्याएँ और भी गंभीर हो जाती हैं।