उत्तराखण्ड
सुहैल हत्याकांड: दोषियों को छोड़ेंगे नहीं लेकिन निर्दोष को मर्डर में फंसाकर उसका “मर्डर” नहीं करेंगे-SP CRIME
रामनगर (नैनीताल) बहुचर्चित सुहैल हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी एक फौजी को गिरफ़्तार किया। पुलिस का दावा है कि फौजी ने अपने एक अन्य साथी की मदद से व्यापारी सुहैल की हत्या की हैं। पुलिस द्वारा इस हत्याकांड में सिर्फ दो लोगों के नाम खोले जाने पर मृतक के परिजनों ने असंतोष जाहिर किया। जिसको लेकर मृतक के परिजन और स्थानीय लोगों ने कोतवाली के अंदर प्रदर्शन करते हुए इस हत्याकांड की सम्पूर्ण खुलासे की मांग की,उन्होंने कहा कि पुलिस ने आधा अधूरा खुलासा किया हैं। प्रदर्शनकारी लोगों ने आरोप लगाया कि सुहैल की हत्या में पकड़े गये मुख्य आरोपी का पूरा परिवार शामिल हैं।
नगर की नंदा लाइन निवासी सुहैल सिद्दीकी को बीती 2 जुलाई की रात चोरपानी से अपहरण कर लिया गया था।सुहैल को अल्टो कार संख्या UP 16L 0115 में डाल कर हमलावर मुरादाबाद की ओर ले गए थे, साथ ही सुहैल UK 04L 4832 नंबर की प्लेटिना बाइक भी ले गए।
इस सनसनीखेज वारदात के खुलासे के लिए कोतवाल अरुण सैनी के निर्देशन में और वरिष्ठ उप निरीक्षक प्रेम राम विश्वकर्मा, उपनिरीक्षक नीरज चौहान और उपनिरीक्षक विजय पाल सिंह के नेतृत्व में पुलिस की तीन टीमें बनाई गई थी।
मामले की जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने इस मामले में बुद्ध विहार कॉलोनी चोरपानी निवासी भरत आर्या पुत्र हरीश राम को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की। जिसके बाद उसकी निशानदेही पर मुरादाबाद के छजलैट से सुहैल का शव बरामद किया।
पुलिस अधीक्षक (अपराध) जगदीश चंद्र ने कोतवाली रामनगर में इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि भरत आर्या ने अपने साथी ग्राम नारायणपुर मूल्या निवासी दिनेश टम्टा से मिलकर सुहैल की हत्या की वारदात को अंजाम दिया हैं।
बताया जा रहा है कि सुहैंल की चोरपानी में स्टेशनरी की दुकान हैं,वही आरोपी भरत का घर भी हैं।कुछ वर्ष पूर्व भरत की बहन ने आत्महत्या कर ली थी। पुलिस के मुताबिक आरोपी की बहन का मृतक सुहैल प्रेम प्रसंग था,वह सुहैल से शादी करना चाहती थी लेकिन सुहैल ने उसे धोखा दे दिया।जिसके बाद आरोपी की बहन ने आत्महत्या कर ली।बहन की मौत के बाद से ही भरत आर्या ने सुहैल की जान लेने की ठान ली।भरत कुमाऊँ रेजिमेंट में हैं वह पठानकोट में तैनात था,सुहैल की हत्या की योजना बनाने के लिए ही वह छुट्टी लेकर घर आया था।बीती 2 जुलाई को उसने अपने दोस्त दिनेश टम्टा को साथ लेकर सुहैल की हत्या कर दी। फिलहाल अभी सिर्फ मुख्य आरोपी भरत को ही पुलिस गिरफ्तार कर पाई है जबकि दूसरा आरोपी दिनेश पुलिस की पकड़ से दूर है।
पुलिस द्वारा किये गये हत्याकांड के खुलासे को आधा अधूरा बताते हुए मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने कोतवाली में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी लोगों का कहना है कि सुहैल की हत्या में सिर्फ यह दो लोग ही नहीं बल्कि 4 से 6 लोग शामिल रहे होंगे। प्रदर्शनकारियों को संदेह है कि सुहैल की हत्या में भरत आर्या का पूरा परिवार शामिल है। उन्होंने उन सभी को गिरफ्तार करने की मांग की।
पुलिस अधीक्षक (अपराध) जगदीश चंद्र ने प्रदर्शनकारियों को समझाया कि पुलिस इस मामले की निष्पक्षता से तफ्तीश कर रही हैं,भरत आर्य और दिनेश के अलावा जो भी नाम सामने आते रहेंगे।साक्ष्यों के आधार पर उन सब के खिलाफ कार्रवाई होगी लेकिन किसी बेकसूर को मर्डर के केस में जबरन जेल में भेजकर उसका “मर्डर” नही किया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक अपराध जगदीश चंद्र के समझाने के बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए। देर सांय वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट भी कोतवाली पहुंच गए। स्थानीय लोगों के साथ मृतक के परिजनों ने उनसे मुलाकात की और सुहैल की हत्या में शामिल लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट ने भरोसा दिलाया कि पुलिस सुहैल हत्याकांड के मामले में गंभीरता से और निष्पक्षता से जांच कर रही हैं जो भी इस हत्याकांड में शामिल पाये जायेंगे उनके खिलाफ कड़ा एक्शन होगा।