उत्तराखण्ड
स्विफ्ट कार चुराकर पूरे करने चला था महंगे शौक, लेकिन पहुंच गया सलाखों के पीछे
एटम बम न्यूज़ | देहरादून | 28 जून 2025
एक तरफ उत्तराखंड में लोग कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर शातिर अपराधी आराम से अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए आम लोगों को लूटने से भी नहीं चूक रहे। ताजा मामला रानीपोखरी थाना क्षेत्र का है, जहां एक युवक ने कार मालिक को पहले लिफ्ट के बहाने भरोसे में लिया, फिर दोस्ती गांठी और आखिर में मौका मिलते ही नशे में धुत कर उसकी कार, मोबाइल और पर्स लेकर रफूचक्कर हो गया।
घटना शुक्रवार 27 जून की है। चमोली निवासी आयुष नेगी अपनी स्विफ्ट कार (UP-14-FW-6528) से घर जा रहे थे, तभी रास्ते में एक अजनबी ने उनसे एम्स ऋषिकेश तक लिफ्ट मांगी। सफर के दौरान आरोपी ने बातचीत में घुलमिल कर दोस्ती कर ली और रानीपोखरी पहुंचकर उसे शराब पिलाई। जब आयुष नशे की हालत में आया, तो आरोपी उसकी कार की चाबी, मोबाइल और पर्स लेकर मौके से फरार हो गया।
वारदात के महज कुछ घंटों बाद आरोपी एम्स परिसर में पकड़ा गया। उसकी पहचान गौतम सैलानी (25 वर्ष) निवासी नजीबाबाद, बिजनौर के रूप में हुई है। गौतम के कब्जे से चोरी की गई कार, मोबाइल और पर्स भी बरामद कर लिया गया है।
जांच में सामने आया कि गौतम कोई नया खिलाड़ी नहीं है। उस पर पहले से ही बिजनौर जिले में कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं—
- थाना नजीबाबाद में धारा 379/411/465/482 भादवि
- थाना नगीना में धारा 379/411 भादवि
- अब देहरादून के थाना रानीपोखरी में भी धारा 303(2)/317(2) के तहत नया मुकदमा दर्ज
गौतम ने पूछताछ में साफ कहा कि वह अपने “महंगे शौक” पूरे करने के लिए इस तरह की वारदातों को अंजाम देता है।
ये घटना महज एक कार चोरी का मामला नहीं है, बल्कि सिस्टम और समाज दोनों को आईना दिखाती है—कि अपराधी अब दोस्त बनकर लूटने लगे हैं।
⛔ जनता से अपील:
किसी अजनबी को लिफ्ट देने से पहले दो बार सोचें। भरोसे से पहले पहचान बेहद जरूरी है। क्योंकि अपराध अब शक्ल बदल चुका है।
📌 और हां, ये सवाल पूछना बंद न करें—कि ये अपराधी बार-बार जेल से बाहर कैसे आ जाते हैं?
असली कहानी वहीं से शुरू होती है।
रिपोर्ट: एटम बम टीम, देहरादून
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