उत्तराखण्ड
बैंक के मुख्य प्रबंधक का कारनामा, पैसा लेने के बाद भी नाम नहीं की कार, पुलिस जांच में जुटी
हल्द्वानी। पंजाब नेशनल बैंक में जालसाजी का मामला उजागर हुआ है। पीड़ित का आरोप है कि बैंक के मुख्य प्रबंधक व अन्य लोगों ने धोखाधड़ी कर उससे लाखों की रकम हड़प ली। लेकिन इसके बाद भी कार उसके नाम ही नहीं की। पीड़ित ने पुलिस को तहरीर सौंप कार्रवाई की गुहार लगाई है।
छतरपुर रुद्रपुर निवासी पंकज काण्डपाल पुत्र पूरन चन्द काण्डपाल ने पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि 30 मार्च 2023 को पंजाब नेशनल बैंक का रिकवरी एजेन्ट कमल प्रकाश उसके पास आया और बताया कि किच्छा वार्ड आठ में रहने वाली प्रियंका उप्रेती पुत्री भगवती प्रसाद के नाम वाहन हुंडई की बरना कार संख्या यूके06बीबी- 9702 रजिस्टर्ड है। बताया कि बैंक का लोन नहीं चुका पाने की वजह से उनके वाहन सीज कर दिया गया है। प्रियंका कांडपाल पर पीएनबी का 8 लाख 41 हजार 687 का बकाया है। बैंक उस वाहन को अपनी वसूुली के लिए बेच रहा है। इस संबंध में रेलवे बाजार हल्द्वानी स्थित बैंक की शाखा में पहुंच और पूरी जानकारी ली। जिसके बाद बैंक के मुख्य प्रबंधक उमाशंकर तिवारी से मुलाकात कर पूरी जानकारी ली।
आरोप है कि बैंक ने उनसे वाहन खरीद के नाम पर 8 लाख 41 हजार 687 रूपए की ले ली और वाहन उसके नाम करने का भरोसा दिया। उनकी ओर से वाहन के कागजात सहित अन्य दस्तावेज भी उसे दे दिए। कई महीने बीता जाने के बाद भी वाहन के कागज उसके नाम ट्रांसफर नहीं हो पाए हैं और बैंक की ओर से टाला मटोली की जा रही है। पीडि़त पंकज कांडपाल का कहना है कि उसने जब इस संबंध में बैंक प्रबंधक से जानकारी ली तो उन्होंनेे भी बेतुका सा जवाब दे दिया। आरोप है कि बैंक प्रबंधन ने उसे गुमराह किया है। पीडि़त ने पुलिस ने बैंक के मुख्य प्रबन्धक उमाशंकर तिवारी, कमल प्रकाश, प्रियंका उप्रेती, सूरज बिनवाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।