उत्तराखण्ड
कॉर्बेट निदेशक के खिलाफ भाजपाइयों ने की नारेबाजी,कहा-ऐसे अधिकारी कर रहे सरकार को बदनाम !
रामनगर (नैनीताल) कॉर्बेट टाइगर रिजर्व ने वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत 7 स्थानीय युवकों पर कानूनी कार्रवाई की, जिसका विरोध शुरु हो गया हैं। कॉर्बेट प्रशासन द्वारा एक स्थानीय जिप्सी चालक और कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के दो दैनिक कर्मियों को जेल भेजे जाने के बाद कॉर्बेट प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ लोगों का आक्रोश बढ़ गया। सत्ता और विपक्षी पार्टियों के लोगों ने भी कॉर्बेट प्रशासन की इस कार्रवाई पर कड़ा विरोध जताया है। बुद्धवार को भाजपा नेताओं ने कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के निर्देशक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपने गुस्से का इजहार किया।
16 जून को कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के धनगढी गेट से एक जिप्सी ढिकाला के लिए चली थी जिसमें साथ स्थानीय युवक सवार थे। यह जिप्सी कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में रजिस्टर्ड है लेकिन कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक ने बिना अनुमति के निकाला जोन में प्रवेश करने के आरोप में पकड़ लिया और जिप्सी में सवार सभी पर वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई कर दी। जबकि जिप्सी में सवार युवकों का कहना था कि वो ढिकाला में वनदेवी के भंडारे का प्रसाद लेने गए थे,ढिकाला के स्वागती कक्ष में तैनात कर्मचारी की सहमति मिलने के बाद उनको धनगढी गेट से प्रवेश मिला था और सबने धनगढी गेट के प्रवेश रजिस्टर में अपनी एंट्री भी दर्ज कराई जिसके बाद उनको प्रवेश मिला लेकिन कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के निदेशक ने उनपर संगीन धाराओं के तहत केस दर्ज कर दिया।
सर्पदुली के रेंजर बिंदर पाल को मामले की जांच सौंपी गयी जिसके बाद रेंजर बिंदर पाल ने जिप्सी चालक मोहित बिष्ट को उसके ग्राम गैबुआ (बैल पड़ाव), कालाढूंगी (नैनीताल) स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया। मोहित बिष्ट को कोर्ट में प्रस्तुत करने के बाद जेल भेज दिया गया। मंगलवार को इसी मामले में कॉर्बेट प्रशासन द्वारा ने दो दैनिक कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया। उनको भी कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
कॉर्बेट प्रशासन की इस कार्रवाई को तानाशाही बताते हुए स्थानीय नेताओं ने विरोध शुरू कर दिया। पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने इस मामले पर चीफ वाइल्ड लाइफ से बात की और स्थानीय युवकों और दैनिक कर्मचारियों पर की गई कार्रवाई पर कड़ा एतराज जताया। उन्होंने कहा कि इस तरह की तानाशाही कार्रवाई से कॉर्बेट प्रशासन और स्थानीय लोगों में टकराव बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि कॉर्बेट प्रशासन को स्थानीय युवकों पर लगाए गए संगीन धाराएं तुरंत हटानी चाहिए।
वहीं इसी मुद्दे पर कॉर्बेट जिप्सी ऑनर्स समिति के अध्यक्ष गिरीश धस्माना और भाजपा नेता नरेन्द्र शर्मा ने कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के निदेशक धीरज पांडे से उनके कार्यालय में मुलाकात की लेकिन मुलाकात सकारात्मक नहीं रही। कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के निदेशक धीरज पाण्डे ने उनसे कहा कि-“मेरा बोरिया बिस्तर तैयार है, मुझे जो करना था वो मैंने किया, तुम्हें जो करना है वो तुम करो”, इसके बाद कॉर्बेट के निर्देशक धीरज पाण्डे अन्य जगह मीटिंग में जाने की बात कहकर अपने कार्यालय से निकल गये।
इसके भाजपा से जुड़े पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष गणेश रावत, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष संजय डोरवी, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह खाती, भाजपा के ग्रामीण मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत और भाजपा नेता दिनेश मेहरा भी कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के कार्यालय में पहुँच गए। सभी ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक धीरज पाण्डे के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उनका कहना था कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक धीरज पाण्डे ब्रिटिश हुकूमत की तरह कॉर्बेट पार्क को चला रहे है। उन्होंने कहा कि कॉर्बेट पार्क का वाइल्ड लाइफ के संरक्षण में इन अधिकारियों से ज्यादा यहां के स्थानीय लोगों की मेहनत ज्यादा है लेकिन कॉर्बेट के अधिकारी यहां के लोगों पर हिटलर शाही दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन स्थानीय युवकों और संविदा कर्मचारियों पर कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के निदेशक ने कार्रवाई की है वह सरासर अमानवीय है। इसका पुरजोर विरोध किया जायेगा।
भाजपा नेता और पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष गणेश रावत ने कहा कि अधिकारियों द्वारा स्थानीय लोगों पर की गई इस तरह की कार्रवाई से प्रतीत होता है कि वह सरकार को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। भाजपाइयों के साथ इस दौरान तेजस्वर घुघत्याल और नमित अग्रवाल भी मौजूद थे।
प्रदर्शनकारी भाजपाइयों ने इसके बाद कार्यालय पर पहुंचे पार्क वार्डन और रेंजर बिन्दर पाल को भी दो टूक कहा कि अगर इस मामले में अब उन्होंने शेष अन्य युवकों की गिरफ़्तारी की तो अच्छा नही होगा।
जिप्सी ऑनर्स समिति के अध्यक्ष गिरीश धस्माना ने कहा कि कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व की तानाशाही कार्रवाई के खिलाफ बड़ा आंदोलन खड़ा किया जायेगा।उन्होंने कहा कि वे रामनगर में कॉर्बेट पर प्रस्तावित सरकारी कार्यक्रम का विरोध करेंगे।