उत्तराखण्ड
कांग्रेस का राजकुमार भाजपा का दुल्हा बना।
देहरादून।प्रदेश में परिवर्तन यात्रा निकाल रही कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपने पक्ष में जनता को कितना परिवर्तित कर पायेगी यह तो आने वाला समय बताएगा फिलहाल उसके एक विधायक का भाजपा के लिए हृदय परिवर्तित हो गया हैं।पुरोला विधानसभा क्षेत्र से राजकुमार ने कांग्रेस का हाथ छोड़ भाजपा का कमल थाम लिया हैं।
कांग्रेस के लिए यह एक बड़ा झटका हैं कि उससे उसके अपने पार्टी छोड़कर उस भाजपा में शामिल हो रहे हैं जिसे 2022 के विधानसभा चुनाव में सत्ता से उतारने के लिए कांग्रेस राज्य के अंदर परिवर्तन यात्रा में हैं।
कांग्रेस प्रदेश में दोहरी चुनौती से गुजर रही हैं।वह आपसी गुटबाजी से बाहर नहीं निकल पा रही है दूसरा,आप आदमी पार्टी भी उसके लिए सर दर्द बन रही हैं।कमजोर विपक्ष बनी कांग्रेस के लिए आने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा को शिकस्त दे पाना मुश्किल दिख रहा हैं।
सत्तारूढ़ भाजपा से नाराज लोग आप से प्रभावित हो रही हैं जो कांग्रेस के लिए चिंता खड़ी कर सकते हैं।
कांग्रेस के बड़े नेताओं मे आपसी खींचतान चल रही हैं।पार्टी के बड़े नेताओं की इस आपसी खींचतान में कांग्रेस कमज़ोर हो रही हैं। ऐसे में पार्टी के कई नेता पार्टी में छलांग लगा रहे हैं।
कांग्रेस विधायक राजकुमार ने आज भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में जाकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली हैं।केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, सीएम पुष्कर सिंह धामी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक सहित भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में राजकुमार ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
आपको बता दें कि राजकुमार 2007 में सहसपुर सीट से भाजपा के टिकट पर विधायक बने थे। 2012 में निर्दलीय चुनाव लड़े लेकिन उनको हार का मुंह देखना पड़ा था। इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी मालचंद ने राजकुमार को हराया था और वह दूसरे नंबर पर रहे थे। लेकिन 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में राजकुमार कांग्रेस के टिकट पर पुरोला सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे।आज उन्होंने कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होकर अपनी घर वापसी करा ली हैं।
विधायक राजकुमार की घर वापसी करा कर भाजपा ने कांग्रेस को जोरदार झटका देने के साथ साथ यह संदेह भी दे दिया कि 2022 का विधानसभा जीतना कांग्रेस के लिए उतना आसान नही, जितना वह समझ रही हैं।कांग्रेस को पहले अपना किला मजबूत कर लेना चाहिए।
पूर्व उक्रांद नेता व धनौल्टी विधायक प्रीतम पंवार के कांग्रेस के विधायक राजकुमार के भाजपा में आने से भाजपा प्रफुल्लित हैं।
बताया जा रहा है कि विधायक राजकुमार देहरादून की किसी एक सीट से टिकट देने की शर्त पर ही भाजपा में शामिल हुए हैं।
विधायक राजकुमार ने कांग्रेस पार्टी क्यों छोड़ी? इसके पीछे की वजह हरीश रावत को बताया जा रहा हैं।
कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को चुनाव अभियान समिति का संयोजक बनाये जाने के बाद से ही विधायक राजकुमार ने पार्टी छोड़ने का मन बना लिया था।उनको लगा कि आगामी विधानसभा चुनावों में टिकट वितरण में हरीश रावत अपनी मनमानी चलाएंगे और इसमें उनका टिकट काट दिया जाएगा।
दूसरी वजह यह भी मानी जा रही है कि पुरोला विधानसभा क्षेत्र में हवा विधायक राजकुमार के खिलाफ हैं। वह खुद इस बार पुरोला विधानसभा क्षेत्र छोड़ देहरादून की किसी एक सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं।