उत्तराखण्ड
कांग्रेस के दिग्गजों ने किया रामनगर के बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा,नैनीताल जिले के लिए विशेष राहत पैकेज की मांग।
रामनगर(नैनीताल)आपदा ग्रस्त इलाकों में नेताओं का आना जाना जारी हैं। सत्ताधारी पार्टी हो या मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस सभी के नेता आपदा से प्रभावित लोगों के बीच पहुंच कर उनके जख्मों पर मरहम लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने आज शाम सुंदरखाल में आपदा से प्रभावित लोगों से मुलाकात की। उनके साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने भी सुंदरखाल के ग्रामीणों की आपबीती सुनी। तीनों बड़े नेताओं ने बाढ़ प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने का भरोसा दिया। इस बीच वहां पर ग्रामीणों द्वारा गाँव के विस्थापन को लेकर भी चर्चा की। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से कुछ ग्रामीणों की यह शिकायत भी रही कि जब प्रदेश में उनकी सरकार थी तब उनके विस्थापन को लेकर सरकार की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई।वर्तमान की डबल इंजन वाली भाजपा सरकार में भी विस्थापन को लेकर कोई कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीण नाराज दिखे।कांग्रसे के उपरोक्त तीनों नेताओं ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि गांव के विस्थापन को लेकर वह उनके साथ हैं।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कल रविवार की सुबह चुकुम गांव का दौरा करेंगे।चुकुम गांव में भी आपदा के चलते कई परिवार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।कल नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह भी प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत के साथ चुकुम गांव का दौरा करके गए। कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत ने लगातार तीन दिन चुकुम गांव का दौरा कर राहत सामग्री भी वितरित की।
रामनगर और उसके आसपास कोसी नदी ने जमकर तबाही मचाई है। कुनखेत गांव में प्रशासन, नेता और कोई मीडियाकर्मी नही पहुंच पाया है। यह गांव नैनीताल के अंतिम छोर में स्थित गांव है। जहां प्रकृति ने तबाही बरपाई है। इस गांव में लोगो के घर तो तबाह हो ही गए, साथ ही किसानों की मेहनत पर भी पानी फिर गया। ऐसे में पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार हवाई सर्वेक्षण कर हवा में काम कर रही है। जो ग्रामीणों के साथ अन्याय है। ऐसे में कांग्रेस बीजेपी को कुछ समय दे रही है। यदि सरकार इस समय मे धरातल में काम नही करती तो कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेगी। उन्होंने कहा कि नैनीताल जिले में आपदा से सर्वाधिक नुकसान हुआ हैं सरकार को नैनीताल जिले के लिए स्पेशल राहत पैकेज देना चाहिए।