उत्तराखण्ड
कॉर्बेट निदेशक ने नहीं मानी बात तो वन मंत्री के पास विधायक को लेकर पहुंचे भाजपाई!
रामनगर (नैनीताल) डबल इंजन की सरकार में नौकरशाही किस कदर हावी है,इसका अंदाजा इस बात से लगाए जा सकता है कि सत्ता पक्ष वालों को भी अपने क्षेत्रीय मुद्दों को सुलझाने के लिए राजधानी के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक धीरज पांडे के उस फैसले से जुड़ा है जिसमें उन्होंने कॉर्बेट पार्क में लॉटरी सिस्टम से जिप्सी परमिट अलाउड करने का फैसला किया है। भाजपा के नगर अध्यक्ष मदन जोशी इस फ़ैसले के खिलाफ है, जो जिप्सियां लाटरी पद्धति से बाहर हो जाएगी उनको भी पार्क में चलाने की अनुमति मिले इसके लिए उन्होंने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक धीरज पांडे से वार्ता की थी लेकिन निदेशक ने हाई कोर्ट का हवाला देकर उनकी मांगों को मानने से इंकार कर दिया।क्षेत्र के विधायक दीवान सिंह बिष्ट विधानसभा में बजट सत्र में भाग लेने के लिए पहले से ही देहरादून में मौजूद थे।भाजपा के नगर अध्यक्ष मदन जोशी और ग्रामीण मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र रावत इस मुद्दे पर देहरादून पहुँच गए।उन्होंने विधायक दीवान सिंह बिष्ट को साथ लेकर वन मंत्री सुबोध उनियाल से मुलाकात की और उनसे कॉर्बेट के निदेशक धीरज पांडे द्वारा उनकी अनदेखी करने की बात कही।
कॉर्बेट के निर्देशक उनकी बात नहीं मान रहे हैं इसलिए वह वन मंत्री से मिलने पहुंचे हैं।
आपको बता दें कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से जुड़े कई मुद्दों पर जब कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक की आलोचना हुई तब भाजपा के नगर अध्यक्ष मदन जोशी उनके बचाव में उतारे लेकिन उनकी निदेशक के प्रति वफादारी काम नहीं आ रही है।
बहरहाल वन मंत्री ने उनको आश्वासन दिया कि जिन जिप्सियां का लाटरी से नहीं चयन नही हो पायेगा उनका बाद में एडजस्ट करने की कोशिश की जाएगी।
इसी के साथ वन मंत्री ने कॉर्बेट पार्क के लिए जिप्सी के नए परमिट पर भी रोक लगाने की भी बात कही है।