उत्तराखण्ड
“देहरादून के गेस्ट हाउस में चल रहा था जिस्म का धंधा, एसएसपी के निर्देश पर रेड में बेनकाब हुआ पूरा रैकेट!”
“देहरादून के गेस्ट हाउस में चल रहा था जिस्म का धंधा, एसएसपी के निर्देश पर रेड में बेनकाब हुआ पूरा रैकेट!”
देहरादून की चकाचौंध भरी गलियों में किस्मत चमकाने आए लोग शायद नहीं जानते कि यहां के कुछ गेस्ट हाउस अब ‘आशियाना’ नहीं बल्कि ‘बदनामी के अड्डे’ बन चुके हैं। राजा रोड पर स्थित ‘आशियाना गेस्ट हाउस’ में अनैतिक देह व्यापार के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है।
सूचना मिलते ही देहरादून की AHTU (Anti Human Trafficking Unit) और कोतवाली नगर पुलिस ने गेस्ट हाउस पर रात को छापा मारा। अंदर का नजारा ऐसा था जिसे देखकर खुद पुलिस भी हिल गई — कमरों में युवतियां और पुरुष आपत्तिजनक स्थिति में पाए गए और आपत्तिजनक सामग्री व नगदी भी बरामद हुई।
छानबीन में पता चला कि गेस्ट हाउस को नरेंद्र सिंह रावत (चमोली निवासी) ने लीज पर लिया था और उसमें बाहरी राज्यों की महिलाओं को बुलाकर रैकेट चलाया जा रहा था। ग्राहकों से कॉल पर डील होती थी, रेट तय होते थे और कमीशन लेकर उन्हें लड़कियों के पास भेजा जाता था।
🔴 गिरफ्तार किए गए आरोपी:
- तापस शाहू (पश्चिम बंगाल)
- कमलेश साहनी (बिहार)
- निक्का देवी (बिहार)
- संजीत कुमार (बिहार)
- गुल्ली देवी (बिहार)
- मनु गुरंग (पश्चिम बंगाल)
इनके खिलाफ थाना कोतवाली में PITA Act की धाराएं 3/4/5/6/7 में मुकदमा दर्ज किया गया है।
❗ सवाल खड़े होते हैं:
- क्या यह पहला मामला है या लंबे वक्त से चल रहा धंधा?
- गेस्ट हाउस की आड़ में चल रहे इस रैकेट को किसका संरक्षण मिला हुआ था?
- सिर्फ यही छह लोग या कोई बड़ा खिलाड़ी भी इस खेल में शामिल है?
अब वक्त है कि देहरादून को ‘देवभूमि’ बनाए रखने के लिए इस गंदगी की सफाई हो।







