उत्तराखण्ड
जालसाजों ने महिला को दर्शा दिया मृत और फर्जी वसीयत बनाकर कब्जा ली भूमि
हरिद्वार। यहां जालसाजों ने एक महिला को कागजातों में मृत दर्शाकर उसकी फर्जी वसीयत बनाकर संपत्ति कब्जा ली गई। इसका पता लगने पर पीड़िता पुलिस की शरण में पहुंची है। शिकायत पर ज्वालापुर कोतवाली पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एसएसपी को दी गई शिकायत में उषा कौशिक (74 वर्ष) पत्नी आशुतोष कुमार कौशिक निवासी शिव चंद्र नगर रानीपुर मोड़ ने बताया कि उसकी ज्वालापुर के नया गांव में संपत्ति है। 10 अगस्त 1992 में रमेश चंद्र निवासी रावली महदूद सिडकुल, नाथीराम निवासी ब्रह्मपुरी रावली महदूद ने उसके हस्ताक्षर की कूटरचना कर फर्जी वसीयत तैयार करना दर्शाई थी। जिसके बाद एक अन्य महिला उषा पत्नी बाबूराम निवासी मोहल्ला शिवपुरी कनखल के हक में वसीयत कर दी।
वर्ष 2013 में फर्जी वसीयत को नौटरी करा लिया गया। जिसके बाद 13 अगस्त 2005 को उषा को मृत दिखाते हुए फर्जी प्रमाण पत्र भी ले लिया। वर्ष 2014 में उसने यह बात सामने आने पर अपने जीवित होने के प्रमाण देते हुए फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र को निरस्त कराने के लिए तत्कालीन डीएम को पत्र दिया। आरोप है कि रूपेश कुमार ने निरस्त हुए मृत्यु प्रमाण को फिर से जारी करने के लिए पत्र देकर झूठे तथ्य पेश किए। कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा ने बताया कि आरोपी रमेश चंद्र, नाथीराम, रुपेश व एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।