उत्तराखण्ड
पहचान बदलकर लड़कियों को फंसाने वाला ‘प्रेमजाल का शिकारी’ फिर पकड़ा गया, पत्नी ने ही किया काला चिट्ठा उजागर
पहचान बदलकर लड़कियों को फंसाने वाला ‘प्रेमजाल का शिकारी’ फिर पकड़ा गया, पत्नी ने ही किया काला चिट्ठा उजागर
देहरादून – देवभूमि में पहचान और धर्म छिपाकर लड़कियों के साथ खिलवाड़ करने वाले गिरगिट जैसे ठग का खेल एक बार फिर बेनकाब हो गया। ऑपरेशन कालनेमी के तहत दून पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग निवासी इफराज अहमद लोलू को दोबारा दबोच लिया है। यह वही शख्स है जो खुद को राज आहूजा नाम का दिल्ली का रईस बताकर भोली-भाली युवतियों को अपने जाल में फंसाता था।
यह कहानी किसी फिल्मी विलेन की नहीं, बल्कि असलियत में घटित वह घिनौनी हकीकत है, जिसमें ‘मोहब्बत’ का मुखौटा पहनकर फरेब बेचा जा रहा था। पुलिस ने पहले भी 172 BNSS के तहत इसको पकड़ा था, लेकिन कानून की औपचारिकताओं के चलते इसे छोड़ना पड़ा। मगर यह ठग सुधरा नहीं, और फिर से उसी गंदे खेल में सक्रिय हो गया।
इस बार इसका भांडाफोड़ किसी अजनबी ने नहीं, बल्कि इसकी पत्नी ने किया। शेरपुर, थाना सहसपुर की निवासी नाजरीन ने पुलिस को लिखित शिकायत दी कि उसका पति न सिर्फ अपना धर्म और असली नाम छुपाता है, बल्कि लड़कियों को अपनी अमीरी के झूठे सपने दिखाकर फंसाता है। नाजरीन के मुताबिक, वह ‘राज आहूजा’ बनकर लड़कियों को लुभाता, खुद को दिल्ली का अमीर खानदान बताता और फिर अपनी चाल में फंसा लेता।
पत्नी की शिकायत और पहले से मौजूद गुप्त सूचनाओं के आधार पर थाना सेलाकुई पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इस ‘प्रेमजाल के शिकारी’ को फिर से दबोच लिया। अब इस पर थाना सेलाकुई में मु.अ.सं. 90/2025, धारा 319/319(2) BNSS के तहत मामला दर्ज है।
यह केस सिर्फ एक शख्स का नहीं, बल्कि उन सभी गिद्ध मानसिकता वाले लोगों के लिए आईना है, जो प्यार को ढाल बनाकर ठगी और शोषण का कारोबार चलाते हैं। सवाल ये है कि ऐसे लोगों पर जल्द और कड़ी कानूनी गाज क्यों नहीं गिरती, ताकि यह खेल हमेशा के लिए खत्म हो सके।







