उत्तराखण्ड
हरक ने जताया जेल जाने से बचाने का एहसान,तो पूर्व CM बोले-” गधा ढैंचा ढैंचा करता है”.
देहरादून।उत्तराखंड में प्रचंड बहुमत वाली भाजपा सरकार में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा हैं।सत्ता में बैठे लोग अंदर ही अंदर एक दूसरे के खिलाफ सुलग रहे हैं।
2017 के विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से बनी भाजपा सरकार का नेतृत्व कर रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत का उन्ही की सरकार में शामिल मंत्री और पार्टी विधायक विरोध में उतर आए थे,वजह यह थी कि त्रिवेन्द्र सिंह रावत अपनी ही सरकार के मंत्री और पार्टी विधायकों की कम सुनते थे और अधिकारियों की ज़्यादा।त्रिवेंद्र सिंह रावत को लगता था कि कुछ मंत्री और विधायकों के विरोध से उनकी सरकार को भला क्या खतरा हो सकता। दिल्ली में बैठी केंद्र की मोदी सरकार के रहते कोई सरकार या पार्टी से बगावत नहीं कर पायेगा।इस गुमान को पाले वह अपने खिलाफ विरोध शांत करने के बजाय उसे और बढ़ाते रहे।एक तरह से वह एक अहंकारी मुख्यमंत्री की काम करते रहे।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कामकाज को लेकर हुए सर्वे रिपोर्ट के नकारात्मक आने के बाद केंद्रीय नेतृत्व ने त्रिवेन्द्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद से हटाना बेहतर समझा।अब वन मंत्री डॉक्टर हरक सिंह रावत के तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ऊपर दिए गए बयान सियासी हलचल मचा दी हैं।
वन मंत्री डॉक्टर हरक सिंह रावत ने अपने एक बयान में कहा कि हरीश रावत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में त्रिवेंद्र सिंह रावत को जेल भेजने की तैयारी थी लेकिन उन्होंने त्रिवेंद्र सिंह रावत को जेल जाने से बचाया हैं।
राज्य की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में कृषि मंत्री रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत पर ढैंचा बीज घोटाला करने का आरोप था।
हरक सिंह रावत ने कहा कि जब हरीश रावत मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने ढैंचा बीज घोटाले में त्रिवेंद्र सिंह रावत को जेल में डालने का प्लान बना लिया था लेकिन उन्होंने ऐसा नही होने दिए। हरक सिंह रावत अहसान जता रहे हैं कि त्रिवेंद्र सिंह रावत उनकी वजह से जेल जाने से बचे हैं।
वन मंत्री हरक सिंह रावत के इस बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कटाक्ष किया है उन्होंने कहा कि ” गधा ढैंचा ढैंचा करता है”.वह वन मंत्री हरक सिंह रावत के बयान पर भड़के हुए हैं।