उत्तराखण्ड
जलभराव पर आयुक्त का सख्त रवैया, बाजपुर और गदरपुर के इन इलाकों से जल्द हटाएं अतिक्रमण
हल्द्वानी। बाजपुर, गदरपुर के ड्रेनेज प्लान के लिए सर्वे किया जाए। साथ ही विभिन्न विभागीय परिसम्पत्तियों गूल, नालों व नहरों को अतिक्रमण मुक्त किया जाए। यह निर्देश मंडलायुक्त दीपक रावत ने विधानसभा गदरपुर के अंतर्गत बाजपुर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के स्थायी समाधान को लेकर आयोजित बैठक में दिए। उन्होंने सिंचाई विभाग को बाजपुर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का सर्वे कर तात्कालिक व स्थाई समाधान हेतु आंकलन बनाने के निर्देश दिये।
बैठक में विधायक गदरपुर अरविंद पांडेय ने बताया कि सिंचाई विभाग की नहरों, नालों, गूलों में उसके आस-पास रहने वाले लोगों द्वारा कब्जा किया गया है। जिससे जल इकाईयों के स्वरूप में परिवर्तन आने से पानी की निकासी नहीं हो पाती। इसी तरह राष्ट्रीय राजमार्ग, रेल पटरी पर समुचित कॉज-वे न होने के कारण भी समस्या आ रही है। इससे क्षेत्र में पानी के इकट्ठा होकर बाढ़ रूप लेने की सम्भावना बनी रहती है। इस मामले में मण्डलायुक्त दीपक रावत ने मुख्य अभियंता संजय शुक्ला को सिंचाई विभाग की परिसम्पत्तियों को अवैध कब्जे से मुक्त करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि नालों, गूलों से अवैध कब्जा हटाते ही पानी की निकासी ठीक प्रकार से होने लग जायेगी, जिससे समस्या का काफी हद तक समाधान हो जाएगा। इसके अलावा सिंचाई विभाग को तात्कालिक व पूर्णकालिक समाधान हेतु आंकलन बनाने के निर्देश दिए। गौरतलब है कि नैनीताल की बारिश का पानी चूनाखान नाले से होते हुए बाजपुर पहुंचकर बाढ़ का रूप लेने की संभावना बनी रहती है। इसके लिए सिंचाई विभाग द्वारा तकनीकी सर्वे कर आंकलन को तैयार किया जाएगा और प्रस्ताव आपदा न्यूनीकरण में भेजा जाएगा। बैठक में डीएफओ पश्चिम रामनगर प्रकाश चन्द्र, ईई दीक्षांत, पीसी पांडेय, उप जिलाधिकारी बाजपुर राकेश तिवारी, कालाढूंगी रेखा कोहली, सहायक अभियंता राजेश पन्त सहित अन्य लोग मौजूद रहे।