उत्तराखण्ड
चोरी और नकबजनी गैंग ने की थी इस इलाके में चोरी की ताबड़तोड़ वारदातें, पांच गिरफ्तार
हल्द्वानी। पुलिस ने चोरी और नकबजनी गिरोह के पांच सदस्यों को चोरी के माल के साथ गिरफ्तार किया है। इस गैंग ने टीपीनगर क्षेत्र में पांच वारदातों को अंजाम दिया। साथ ही यह कई क्षेत्रों में इस तरह की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।
खुलासा करते हुए एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि टीपीनगर क्षेत्र में चोरी और नकबजनी की बढ़ती घटनाओं के खुलासे के लिए क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। साथ ही मुखबिर तंत्र को अलर्ट किया गया और साक्ष्यों को आधार बनाकर जांच शुरू की गई। इस आधार पर सफलता हाथ लग गई। इस बीच मुखबिर की सूचना पर ग्लैक्सीफार्म के पास हरिपुर जमन सिंह गांव की ओर जंगल में टांडा रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाले रास्ते पर पांच संदिग्धों को रोका गया तो इनके कब्जे से चोरी गई लाखों की संपत्ति बरामद की गई।
गैंग के सदस्यों ने अपने नाम नसीम उर्फ पाण्डे पुत्र कयूम निवासी ग्राम अकरौली जिला सम्भल, राजवीर उर्फ नन्हे पुत्र सुरेश कुमार कश्यप, शम्भू दयाल उर्फ शिव दयाल पुत्र नत्थू निवासी ग्राम बेरीखेड़ा, सम्भल, ऋषिपाल उर्फ ऋषिया पुत्र मुलायम निवासी ग्राम अमरावती कुतुबपुर, और मनीष उर्फ बब्लू पुत्र हरिहारी निवासी ग्राम त्रिकुनिया, बरेली बताए हैं। इस गैंग ने ट्रांसपोर्ट नगर में चार स्थानों में वारदातें की हैं। इनके कब्जे से लाखों के सोने-चांदी के जेवरात मिले हैं। आरोपियों ने यह भी बताया कि वह अन्य क्षेत्रों में भी चोरी कर चुके हैं और चोरी का माल उन्होंने मेवा राम पुत्र मूल चन्द्र निवासी डबलफाटक मौहल्ला नेता कॉलोनी, मुरादाबाद को बेचा है। जो पूर्व में बंगलौर से चोरी के मामले में जेल जा चुका है।
पकड़े गए अभियुक्तों में से शम्भू दयाल पूर्व में भी चोरी, गैंगस्टर एक्ट व एनडीपीएस में जेल की हवा खा चुका है। सफलता प्राप्त करने वाली टीम को एसएसपी ने पांच हजार के ईनाम की घोषणा की है। पुलिस टीम में कोतवाल हरेन्द्र चौधरी, एसएसआई विजय मेहता, एसआई पंकज जोशी, जगदीप नेगी, दिनेश चन्द्र जोशी, हेड कांस्टेबल हेमन्त चन्याल, दिगम्बर सनवाल, कांस्टेबल बंशीधर जोशी, नवीन राणा, तारा सिंह के अलावा एसओजी प्रभारी राजवीर सिंह नेगी, हेड कांस्टेबल कुन्दन कठायत, त्रिलोक रौतेला, कांस्टेबल दिनेश नगरकोटी, अशोक रावत शामिल रहे।