उत्तराखण्ड
अपने इस विधायक को दोबारा नहीं चाहते कार्यकर्ता, हाईकमान से बोले-“इनका टिकट काट दिया जाए”
उत्तराखण्ड।भाजपा के एक विधायक के खिलाफ पार्टी के ही कार्यकर्ता मुखर हो गए हैं।विरोध में उतरे कार्यकर्ता मौजूदा विधायक से इस कदर नाराज हैं कि वह दोबारा उन्हें विधायक के पद पर देखना नहीं चाहते।
कुछ माह बाद विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने वाला हैं।प्रदेश में सरकार चला रही भाजपा को फिर से सत्ता में आने के लिए जनता के बीच वोट माँगने आना हैं।भाजपा के लिए उसके संगठन की रीढ़ उसके कार्यकर्ता माने जाते हैं जिनकी मेहनत के दम पर ही भाजपा चुनावी फतह कर पाती हैं लेकिन जहाँ कार्यकर्ता नाराज हुए वही पार्टी की भी दुर्गति हो जाती हैं।
सत्ता विरोधी लहर को रोकने के लिए भाजपा को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए विपक्षी पार्टी से ज्यादा मेहनत करने की ज़रूरत हैं लेकिन सल्ट विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के कार्यकर्ता बागी हो गए हैं।उनके तेवर बगावती हो गए हैं हालांकि उनका बगावती तेवर पार्टी के लिए नहीं बल्कि अपने विधायक के लिए हैं।
भाजपा विधायक महेश जीना के खिलाफ पार्टी के ही कार्यकर्ता मुखर हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि मौलेखाल सल्ट में विधायक महेश जीना के खिलाफ पार्टी से जुड़े लोगों ने बैठक की। जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता लछम सिंह बोरा ने की। इस बैठक में प्रस्ताव पास किए गए हैं कि पार्टी नेतृत्व विधायक महेश जीना पर अनुशासनहीनता की कार्यवाही की करे।
पार्टी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि विधायक और उनके समर्थक वरिष्ठ पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट करते हैं और उनको धमकाते हैं।
बैठक में मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में प्रस्ताव पारित कर हाईकमान से मांग की है कि विधायक महेश जीना का आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट काट दिया जाए। उन्होंने मांग की है कि आगामी विधानसभा का चुनाव टिकट किसी अन्य सम्मानित कार्यकर्ता को दिया जाए।
उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक और विधायक के कुछ समर्थक पार्टी विरोधी कार्य कर रहे हैं उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।
इस बैठक में क्षेत्र पंचायत सदस्य विक्रम सिंह रावत,खुमाड़ की प्रधान लीला देवी,महेश चंद्र शर्मा आनंद सिंह मनराल,जीवन सिंह, कुबेर सिंह, प्रेम राम, हरीश चंद्र सहित ग्राम प्रधान क्षेत्र पंचायत सदस्य और शक्ति केंद्र के कई पदाधिकारी शामिल थे।