उत्तराखण्ड
नशे की लत पूरी करने के लिए अपराध की दुनिया में उतर आए सगे भाई, फिर हुए गिरफ्तार
हल्द्वानी। चोरी के आरोपों में दो बार जेल जा चुके हैं दो सगे भाईयों ने बाइक चोरी कर ली। मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों सगे भाई नशे की प्रवृत्ति के कारण करते हैं और चोरी की घटनाओं की पुनरावृत्ति करते हैं।
पुलिस के अनुसार विकेश कुमार द्वारा थाना चोरगलिया में आकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि उसकी बाईक संख्या UK 04 AA- 2999 (पल्सर) जो उसके निवास स्थान ग्राम बासखेड़ा रामबाग गौलापार चोरगलिया में खड़ी थी बीती रात्रि अज्ञात व्यक्तियों द्वारा चोरी कर ली गई। मेरे आवास से चोरी हुई बाइक को हम लोगों द्वारा काफी ढूंढ खोज करने के बाद भी नहीं मिली। वादी से प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना चोरगलिया में मुकदमा अपराध संख्या 37/23, धारा – 379 आईपीसी पंजीकृत कर उसकी विवेचना उपनिरीक्षक जगबीर सिंह को सौंपी गई।
चोरी की बाइक की बरामदगी हेतु थानाध्यक्ष चोरगलिया श्री भगवान सिंह महर के कुशल नेतृत्व में थाना चोरगलिया पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल के आसपास से संबंधित समस्त स्थानीय लोगों एवं संदिग्धों से पूछताछ की गई तथा आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए इस दौरान वादी की चोरी हुई मोटरसाइकिल का दिनेशपुर उधम सिंह नगर में होना पाया गया। पुलिस टीम द्वारा मोटरसाइकिल चोरों की तलाश करते हुए दिनेशपुर में दबिश दी गई और जनपद उधम सिंह नगर के दिनेशपुर क्षेत्र से बाइक चोरी में शामिल दो अभियुक्त गणों
1 अखिल पुत्र श्री अनिल उम्र लगभग 22 वर्ष, निवासी – वार्ड नंबर 3 थाना दिनेशपुर जनपद उधम सिंह नगर।
2. सुखदेव उर्फ शुभम पुत्र श्री अजीत उम्र लगभग 26 वर्ष निवासी – वार्ड नंबर तीन थाना दिनेशपुर जनपद उधम सिंह नगर को उनके घर से गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्तगणों की निशानदेही पर चोरी की गई मोटरसाइकिल संख्या UK 04 AA- 2999 (पल्सर) को भी बाद कर लिया गया है। चोरी हुई मोटरसाइकिल की बरामदगी के आधार पर मुकदमा उपरोक्त में धारा 411आईपीसी की बढ़ोतरी की गई है।
पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि दोनों अभियुक्तगण सगे भाई हैं तथा दोनों वर्ष 2017 में थाना दिनेशपुर से चोरी के आरोप में जेल जा चुके हैं व वर्ष 2022 में भी मोटरसाइकिल चोरी के आरोप में थाना बनबसा से भी जेल गए थे। आपको बताते चले कि उपरोक्त दोनों अभियुक्त एलगण विगत दिनांक 21 अप्रैल 2023 को ही 8 महीने की सजा काटकर अल्मोड़ा जेल से रिहा हुए थे और उसके बाद नशे के आदी होने के कारण उनके द्वारा एक और मोटेसाइकिल चोरी की घटना को अंजाम दिया गया और एक बार पुनः जेल जाना पड़ा।