उत्तराखण्ड
बिना अनुमति प्रदर्शन के प्रचार पर वाहन सीज, आक्रोशित खनन व्यवसायियों ने घेरी कोतवाली
लालकुआं। खनन व्यवसासियों के आंदोलन को लेकर प्रचार कर रहे वाहन पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसे सीज कर दिया है। यह वाहन बिना अनुमति ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग कर रहा था। इससे आक्रोशित खनन व्यवसायियों ने कोतवाली का घेराव कर दिया। इसे लेकर उनकी पुलिस ने नोंक-झोंक भी हुई।
बता दें कि खनन व्यवसायियों का मांगों को लेकर 25 दिसम्बर को हल्द्वानी में आंदोलन प्रस्तावित है। इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए वह वाहन के माध्यम से प्रचार-प्रसार करवा रहे थे। इस बीच बिना अनुमति ध्वनि विस्तारक यंत्रों के प्रयोग पर पुलिस ने प्रचार वाहन को सीज कर दिया। इसकी भनक लगते ही खनन व्यवसायियों में आक्रोश भड़क उठा। गौला खनन संघर्ष समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी और महामंत्री जीवन कबड़वाल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में खनन व्यवसायियों ने कोतवाली पहुंचकर कोतवाली का घेराव करते हुए पुलिस प्रशासन पर खनन व्यवसायियों के आंदोलन को कुचलने के लिए तरह-तरह के षड्यंत्र रचने के प्रयास का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि कल 25 दिसंबर को खनन व्यवसायियों के हल्द्वानी में प्रदर्शन का प्रचार कर रहे टुकटुक को कोतवाली पुलिस ने बेवजह सीज कर दिया है। जिसे अविलंब छोड़ा जाए। खनन व्यवसायियों का पक्ष रखने के लिए वहां पहुंचे पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल एवं कांग्रेसी नेता हरेंद्र बोरा ने कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक डीआर वर्मा से पकड़े गए प्रचार वाहन को छोड़ने की मांग की। इस पर कोतवाल ने अनुमति लाने की बात कहते हुए वाहन को छोड़ने से इनकार कर दिया। लगभग आधे घंटे से अधिक समय तक दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक चलती रही। अंततः खनन व्यवसायी प्रचार वाहन की अनुमति लेने हल्द्वानी को रवाना हो गये।