उत्तराखण्ड
तहसील के नायब नाजिर का कारनामा, लाखों के सरकारी धन का कर दिया गबन
हल्द्वानी। तहसील के नायब नाजिर ने लाखों रूपये के सरकारी धन का गबन कर डाला। इसकी पुष्टि विभागीय जांच में हुई है। इस मामले में डीएम के निर्देश पर तहसीलदार सचिन कुमार ने हल्द्वानी कोतवाली में नायब नाजिर रहे आरोपी मो. जफर आलम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
तहसीलदार सचिन कुमार के अनुसार यह मामला 5 साल पुराना है। जहां विभागीय जांच चल रही थी। जांच के बाद सही पाए जाने पर जिलाधिकारी नैनीताल वंदना सिंह के निर्देश पर आरोपी के खिलाफ पुलिस तहरीर दी गई। तहसीलदार सचिन कुमार ने बताया कि पांच साल पहले जफर हल्द्वानी तहसील में नायब नाजिर के पद पर तैनात था। वर्तमान में जफर नैनीताल तहसील में कार्यरत है। जांच में सामने आया कि नायब नाजिर जफर आलम द्वारा खतौनी मद, ई-जनाधार और वासिल वाकी नवीस के लिए आने वाला धन सरकारी कोष में जमा करने के बजाय अपनी जेब में रख लिया। पद पर रहते हुए जफर ने 42,32,262 रुपये के गबन किया है। विभागीय जांच में पता चला कि नाजिर ने खतौनी मद में 27,08,010 रुपये, ई-जनाधार से प्राप्त आय के 14,92,452 रुपये और वासिल बाकी नवीस (आय-व्यय) के 28,800 रुपये गबन कर दिए।
जबकि जनाधार केंद्रों से वसूली गई इस रकम को विभागीय बैंक खाते में जमा करानी थी, लेकिन आरोपी द्वारा सरकारी धन में जमा करने की बजाय अपनी जेब में रखता गया। बताया जा रहा है कि 2020 में पूरे मामले की जांच तत्कालीन नितेश डांगर को सौंप गई थी। जहां नितेश ने भी आरोपों की पुष्टि की और रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी इसके बाद वर्ष 2021 में सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह को जांच करने को कहा गया। उनकी जांच में भी आरोप सही पाए गए। बार-बार जांच और जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद भी मो. जफर आलम पर कार्रवाई नहीं की गई। ऐसे में जिलाधिकारी नैनीताल के निर्देश के बाद तहसीलदार हल्द्वानी सचिन कुमार ने आरोपी मो. जफर आलम के खिलाफ हल्द्वानी कोतवाली में धारा 409 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है पूरे मामले में पुलिस मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।