उत्तराखण्ड
तुगलकी फरमान के खिलाफ ग्रामीणों ने नगर पालिका को घेरा,!
तुगलकी फरमान के खिलाफ ग्रामीणों ने नगरपालिका को घेरा,!
रामनगर।ग्रामीण क्षेत्र के 5 गांवों को नगर पालिका सीमा क्षेत्र में शामिल किए जाने के प्रस्ताव के खिलाफ ग्रामीणों ने उत्तराखंड जन अधिकार संगठन के बैनर तले जुलूस निकालकर नगर पालिका परिषद में प्रदर्शन किया तथा शिवलालपुर पांडे शिवलालपुर रियूनिया, चोरपानी गौजानी व कानिया गांव को नगर पालिका में शामिल करने के प्रस्ताव को तैयार करने के लिए जिम्मेदार अधिशासी अधिकारी का घेराव कर जिलाधिकारी व मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।
इस दौरान हुई सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि वोट बैंक की घृणित राजनीति के लिए भाजपा सरकार हम ग्रामीणों पर नगर पालिका थोप रही है। उन्होंने कहा कि नगर पालिका क्षेत्र में शामिल होने के बाद ग्रामीणों पर भवन कर जैसे टैक्सों का बोझ लाद दिया जाएगा तथा मनरेगा जैसी योजनाओं से भी ग्रामीण वंचित हो जाएंगे।
वक्ताओं ने कहा कि नगर पालिका क्षेत्र का गंदा कचरा कूड़ा हमारी सिंचाई नहर में डालकर पानी को प्रदूषित किया जा रहा है। ग्राम कानिया के प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में चिकित्सकों व दवाइयों का अभाव है तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण नौजवान बेरोजगार हैं। सरकार ग्रामीणों की उक्त समस्याओं को हल करने की जगह नगरपालिका बनाकर ग्रामीणों की जमीनें को बड़े-बड़े बिल्डरों को सौंप देना चाहती है जिसे हम किसी भी शर्त पर स्वीकार नहीं करेंगे।
संगठन के संयोजक आनंद नेगी ने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही सबसे बड़ी ताकत है यदि नगरपालिका अपनी सीमा का विस्तार करना चाहती है तो इसे शामिल किए जाने वाले क्षेत्र में रायशुमारी करनी चाहिए तथा तानाशाही नहीं करनी चाहिए।
सभा में अधिशासी अधिकारी ने ग्रामीणों का ज्ञापन स्वीकार कर आश्वासन दिया कि वह उनका ज्ञापन जिलाधिकारी को प्रेषित करेंगे तथा बगैर रायशुमारी के ग्रामीणों पर नगर पालिका नहीं थोपी जाएगी।
ललित उप्रेती के संचालन में हुई सभा को किसान नेता महेश जोशी ,धारा बल्लभ पांडे ,प्रमोद उप्रेती,महिला एकता मंच संयोजिका ललिता रावत ,इंकलाबी मजदूर केंद्र के रोहित ,समाजवादी लोक मंच के मुनीष कुमार ,मुकेश सत्यवली,आदि ने संबोधित किया।
कार्यक्रम में लक्ष्मी थपलियाल, सुमन जोशी, दीवानी राम, गीता आर्य, सूरज चंद्र,गोपाल राम, रेखा देवी, रेवती देवी,भगवती देवी, पुष्पा देवी, अनीता रावत, हरिओम चंद्र, कुबेर थपलियाल, टीकाराम आर्य, पूरन उप्रेती, संजय मेहता ,ललित करगेती,भास्कर करगेती, दीपचंद पांडे, विजय पपनै, महेश मठपाल,पारस करगेती समेत बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भागीदारी की।