उत्तराखण्ड
ग्रामीणों का डीएफओ कार्यालय पर प्रदर्शन, सरकार और वन विभाग के खिलाफ लगाए मुर्दाबाद के नारे।
रामनगर (नैनीताल) अतिक्रमण हटाने को लेकर वन विभाग की चेतावनी के बाद लोग भड़क गए हैं। उन्होंने शुक्रवार को डीएफओ कार्यालय में पहुँच कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी लोगों ने प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपना आक्रोश प्रकट किया। प्रदर्शनकारी लोगों का साफ कहना है कि यदि उनको उजाड़ा गया तो वह अपने अपने पूरे परिवार के साथ डीएफओ कार्यालय में डेरा डाल देंगे।
आपको बता दें कि वन विभाग अपनी भूमि से अतिक्रमण हटाने को लेकर तैयारी में जुट गया है। इसी क्रम में पुछड़ी, नई बस्ती और कालू सिद्ध में भी वन भूमि पर बसे लोगो को हटाने की कोशिश की जा रही है। तराई पश्चिमी वन प्रभाग द्वारा बृहस्पतिवार को वहां मुनादी कराकर अवैध कब्जे हटाने की चेतावनी दी गई। इस मुनादी के बाद वहाँ रहे लोगों में सरकार और वन विभाग के खिलाफ गुस्सा पनप रहा है। वर्षो से रह रहे लोगों को अपने आशियाने उजड़ने की चिंता सता रही है।
क्षेत्र पंचायत ज्येष्ठ उप प्रमुख संजय नेगी और एस लाल और पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष सुमित लोहनी के साथ सैकड़ों प्रभावित लोगों ने शुक्रवार को तराई पश्चिमी वन प्रभाग के डीएफओ कार्यालय का घेराव किया। डीएफओ के ना होने पर एक ज्ञापन उनके कार्यालय पर चस्पा किया।
इस बीच प्रदर्शनकारी लोगों ने साफ एलान किया कि वह सरकार की हिटलर शाही नही चलने देंगे। उन्होंने कहा कि वह वर्षों से उस भूमि पर काबिज हैं, सरकार जबरन उनको बेदखल नहीं कर सकती। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनको बेदखल किया गया तो वह अपने पूरे परिवार के साथ डीएफओ कार्यालय पर ही डेरा डाल देंगे। उन्होंने इस मुद्दे पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।